नई दिल्ली, इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस में जो वकील पाकिस्तान की ओर से भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव को फांसी देने की दलीलें देता रहा वह संप्रग सरकार के दौरान साल 2004 में भारत का वकील नियुक्त किया गया था। इस मामले के खुलासे के बाद भाजपा ने खावर कुरैशी को वकील बनाने पर कांग्रेस से सफाई देने की मांग की है।
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भाजपा प्रवक्ता जीवीएल नरसिम्हा राव ने शनिवार को कहा कि कांग्रेस को बताना चाहिए कि उसे मेड इन पाकिस्तान वकील पर ही क्यों भरोसा है। दरअसल 2004 में महाराष्ट्र में रत्नागिरी दाभोल परियोजना में एनरॉन कंपनी ने भारत सरकार पर छह अरब अमेरिकी डॉलर यानी करीब 38 हजार करोड़ का केस कर दिया था।
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जब यह मामला इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन में गया तो अपना केस लड़ने के लिए भारत सरकार ने खावर कुरैशी को अपना वकील नियुक्त किया था। भाजपा ने इस खुलासे के बाद कांग्रेस से पूछा कि 2004 में कांग्रेस को कोई भारतीय वकील क्यों नहीं मिला। नरसिम्हा राव ने कहा कि कांग्रेस नेता पाकिस्तान जाकर वहां का गुणगान करते हैं।
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वह पाकिस्तान जाकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को सत्ता से हटाने में मदद की मांग करते हैं। भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि कांग्रेस को इस बात की सफाई देनी चाहिए कि उसने इतने अहम मामले में पाकिस्तानी वकील पर क्यों भरोसा किया। बताते चलें कि खावर कुरैशी लंदन के बहुत बड़े वकील हैं। जाधव के मामले में उसने आईसीजे में पाकिस्तान का केस लड़ा और इसके लिए इन्होंने पांच करोड़ पाकिस्तानी रुपये की मोटी फीस ली। इस मोटी फीस के बदले खावर कुरैशी ने कुलभूषण जाधव को एक आंतकवादी साबित करने की दलीलें दीं।