अदरक एक ऐसी सामग्री है जिसका उपयोग भारतीय व्यंजनों में किया जाता है. इसमें मौजूद तेज सुगंध विभिन्न खाद्य पदार्थों और पेय पदार्थों को स्ट्रॉन्ग टेस्ट देती है। वास्तव में, अदरक एक आम घटक है जिसे लंबे कई बीमारियों के घरेलू उपचारों में उपयोग किया जाता है।
डायबिटीज में सबसे बड़ी परेशानी ये होती है कि कोशिकाएं खाना पचने के बाद शरीर में बनने वाली शुगर को अवशोषित नहीं कर पाती। इससे शरीर में इंसुलिन की कमी होती है। सिडनी यूनिवर्सिटी के शोध में पाया गया है कि अदरक शरीर में शुगर को अवशोषित करने में मदद करती है।
डायबिटीज के रोगियों के साथ एक बड़ा खतरा आंखों की रोशनी जाने का भी होता है। ऐसे रोगी मोतियाबिंद के शिकार हो सकते हैं व धीरे-धीरे भी उनकी आंखों की रोशनी जा सकती है। लेकिन डायबिटीज व अदरक पर हुए शोध के मुताबिक अदरक के अर्क का सेवन न सिर्फ मोतियाबिंद रोकता है बल्कि इससे पीडि़त मरीजों में इस रोग को बढऩे नहीं देता।
टाइप-2 डायबिटीज में पेंक्रियाज शरीर की जरूरत के मुताबिक इंसुलिन नहीं बना पाता। इंसुलिन बनाने के अलावा पेंक्रियाज का पाचन में भी अहम रोल होता है। अदरक न सिर्फ डायबिटीज को काबू में रखता है बल्कि पाचन संबंधी बीमारियों को भी दूर करता है।