चेन्नई , तमिलनाडु के वेल्लोर लोकसभा सीट के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच शुक्रवार की सुबह आठ बजे से मतगणना शुरू हुई। इस सीट के लिए पांच अगस्त को मतदान हुए थे। सबसे पहले पुलिस और सैन्यकर्मियों की ओर से किये गये 3039 डाक मतपत्रों की गिनती शुरू हुई। इसके बाद ईवीएम में डाले गये वोटों की गिनती का काम शुरू हुआ। शुरूआती रूझानों का पता एक घंटे के बाद चल सकेगा जबकि अंतिम परिणाम दोपहर के बाद आने की संभावना है।
वेल्लोर के मतगणना केंद्र पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये गये हैं। मतगणनाा स्थल पर केंद्रीय बलों के जवान भारी संख्या में तैनात हैं। इस सीट पर कुल 18 लाख 85 हजार मतदाताओं में से करीब 72 प्रतिशत ने 28 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करने के लिए वोट डाले हैं।
उल्लेखनीय है कि इस सीट पर 18 अप्रैल को मतदान होना था लेकिन विपक्षी द्रमुक उम्मीदवार कथिर आनंद के परिसरों से बड़ी मात्रा में नगदी बरामद होने के बाद इस सीट पर चुनाव स्थगित कर दिया गया था। श्री कथिर द्रमुक के कोषाध्यक्ष और पूर्व मंत्री दुरईमुरुगन के पुत्र हैं। द्रमुक ने इस सीट से श्री आनंद को दोबारा उम्मीदवार बनाया है जबकि राज्य में सत्तारूढ़ अन्नाद्रमुक ने इस सीट पर दोबारा एनजेपी के संस्थापक ए सी षणमुगम को उम्मीदवार बनाया है।
श्री षणमुगम तीसरी बार इस सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। वह 1980 में अरनी से विधायक चुने गये और 1984 में वेल्लोर से सांसद के रूप में भी कार्य किया। अन्नाद्रमुक के उम्मीदवार बी सेंगुट्टुवन ने 2014 के लोकसभा चुनावों में उन्हें पराजित कर दिया था। वह अब तीसरी बार चुनाव लड़ रहे है। इस सीट पर मुख्य मुकाबला अन्नाद्रमुक और द्रमुक के बीच है। तीसरे पक्ष के रूप में नाम तमिझर काची की दीपालक्ष्मी हैं।
इस सीट पर अभिनेता कमल हासन की पार्टी ‘मक्कल निधि मैयम’ चुनाव नहीं लड़ रही है। हाल ही में हुए लोकसभा चुनावों में द्रमुक के नेतृत्व वाले मोर्चे को 38 में 37 सीटों पर जीत हासिल हुई थी और इसी के साथ उसे 22 विधानसभा सीटों पर हुये मतदान में 13 सीटों पर जीत मिली थी, जबकि अन्नाद्रमुक को लोकसभा की एक और नौ विधानसभा सीटों पर जीत मिली थी।