आगरा, संगमरमरी हुस्न की अनूठी स्मारक ताजमहल का निर्माण कराने वाले मुगल बादशाह शाहजहां और उनकी बेगम मुमताज महल की असली कब्रें देखने का मौका रविवार से मिलने जा रहा है। पूरे साल में सिर्फ एक बार तीन दिन के लिये इन कब्रों को जनता के अवलोकनार्थ खोला जाता है। यही नहीं इन तीन दिनों में ताजमहल में प्रवेश भी निःशुल्क रहेगा।
पहले दो दिन आधे दिन के लिये और तीसरे पूरे दिन निःशुल्क प्रवेश की सुविधा मिलेगी। यह मौका है शाहजहां के उर्स का। उर्स के दौरान मुख्य मकबरे के तहखाने में स्थित शाहजहां और मुमताज महल की असली कब्रों को खोला जायेगा। पहले दिन तहखाने में स्थित कब्रों को 27 फरवरी दोपहर दो बजे खोले जाने के बाद गुस्ल होगा। दूसरे दिन 28 फरवरी को दोपहर दो बजे यहां संदल की रस्म अदा की जाएगी। तीसरे दिन एक मार्च को पूरे दिन चादरपोशी व गुलपोशी होगी और पंखे चढ़ाए जाएंगे। एक मार्च की शाम को फोरकोर्ट में लंगर भी तकसीम किया जाएगा।
तीसरे दिन शाहजहां की कब्र पर 1381 मीटर लंबी चादर चढ़ाई जाएगी, जो कि इस पर्व का सबसे आकर्षण का केंद्र है। इस चादरपोशी की रस्म को देखने के लिए हजारों की संख्या में लोग पहुँचते हैं।
गौरतलब है कि साल के शेष 362 दिन असली कब्रें पर्यटकों के लिए बंद रखी जाती हैं। तहखाने के ऊपर के फ्लोर पर हूबहू बनी नकली कब्रों को ही उन्हें दिखाया जाता है।
अधीक्षण पुरातत्वविद् राजकुमार पटेल ने बताया कि उर्स में पहले व दूसरे दिन दोपहर दो बजे से और तीसरे दिन स्मारक खुलने से बंद होने तक पर्यटकों व जायरीनों को निःशुल्क प्रवेश दिया जाएगा।