देवरिया, उत्तर प्रदेश के देवरिया में पिछले करीब 30 घंटे से रूक रूक हो रही बारिश से हुए जल जमाव ने जिला प्रशासन और नगरपालिका परिषद अध्यक्ष के दावों के पोल को खोल के रख दी है।
बारिश के पानी से कलेक्टर परिसर,दिवानी कचहरी परिसर, रोडवेज बस स्टैन्ड,पीडब्ल्यूडी डाक बंगाला के पास,राघव नगर मुहल्ला, उमानगर,देवरिया रामनाथ,साकेत नगर आदि मुहल्लों में जल जमाव देखने को मिल रहा है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि दशकों से देवरिया शहर जल जमाव का दंश झेलता चला आ रहा है लेकिन जल जमाव की समस्या से निपटने के लिए जिला प्रशासन, नगरपालिका परिषद और जन प्रतिनिधि मात्र जनता को कोरा आश्वासन देते चले आ रहे हैं। बारिश के मौसम जनता जल जमाव का दंश आज भी झेलने को मजबूर है। नगर पालिका परिषद का कार्य काल अपने अंतिम पड़ाव पर है और परिषद चुनाव के समय नगर पालिका परिषद की अध्यक्ष अलका सिंह ने चुनाव के समय घर-घर जाकर अपने पक्ष में वोट मांगते हुए लोगों को आश्वस्त किया था कि चुनाव जीतने के बाद देवरिया शहर को आदर्श शहर बना देंगे लेकिन आज भी देवरिया शहर के कई हिस्सों में मूलभूत सुविधाओं का अभाव बना हुआ है।
देवरिया नगरपालिका परिषद के कई मुहल्लों नाली और सड़क का अभाव देखा जा सकता है जो सड़कें बनी भी हैं और गढ्ढों के रूप में तब्दील हो चुकी हैं। मच्छरों को मारने के लिए वार्डो में दवा का छिड़काव नही के बराबर हो रहा है जबकि नगरपालिका परिषद का दावा है कि नगर पालिका परिषद के वार्डों में समय-समय पर मच्छरों को मारने के लिए दवाओं का छिड़काव कराया जाता है।