हड्डियों से जुड़ी समस्या अब आम हो गई हैं। हमें अपनी उम्र के हिसाब से इनकी देखभाल करनी चाहिये। जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है, हड्डी, जोड़ और कमर का दर्द जीवन का अभिन्न अंग बन जाता है। आज हर 10 में से करीब 4 महिलाओं और 4 में से एक पुरुष को हड्डी से जुड़ी कोई न कोई समस्या जरूर घेरे है। हड्डियां रातोंरात कमजोर नहीं होती हैं, यह प्रक्रिया सालों-साल चलती है। डॉक्टरों का मानना है कि 15-25 वर्ष तक की उम्र में हड्डियों का मास पूर्ण रूप से विकसित हो जाता है। ऐसे में बचपन और युवावस्था के समय का खान-पान, पोषण, जीवनशैली और व्यायाम आगे चलकर हड्डियों की सेहत को निर्धारित करने वाले कारक बनते हैं।
1.हड्डियों की मजबूती के लिए सैर बेहद जरूरी है क्योंकि इससे मांसपेशियों में खिंचाव होता है, जिससे हड्डियां मजबूत रहती हैं।
2.अच्छी प्रोटीन डाइट जैसे दालें, अंडा, राजमा, सोयाबीन के अलावा दूध वाले आहार लेने चाहिए। हड्डियों के लिए फायदेमंद हैं।
3. बच्चों को दूध पिलाने वाली महिलाओं की हड्डी कमजोर होने की संभावनाएं ज्यादा होती हैं, क्योंकि इससे उनमें कैल्शियम की कमी हो जाती है। इसके लिए महिलाओं को चाहिए कि वह दो वक्त दूध व हरी सब्जी आदि जरूर लें।
4. 40 वर्ष से ऊपर की महिलाओं की हड्डियां कमजोर हो जाती है। महिलाओं में इस्ट्रोजन हारमोन की कमी हो जाती है जिससे फ्रेक्चर हो जाता है। इसलिए नियमित सैर व आहार बेहद जरूरी है।
5. बच्चों की ग्रोथ के लिए विटामिन डी-3 व कैल्शियम का होना अति आवश्यक है। जब तक बच्चों में ये नहीं होगा बच्चों का शारीरिक रूप से विकास नहीं होगा। हड्डियों की मजबूती के लिए बच्चों को धूप सेकना भी अति आवश्यक हैं।