मेरठ, उत्तर प्रदेश के मेरठ में एलएलबी के छात्र की उसके समलैंगिक दोस्तों द्वारा निर्मम हत्या करने के बाद लाश के टुकड़े टुकड़े करके उसे नाले में डाल देना का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है।
इस हत्या को अंजाम देने वालों के दूसरे धर्म का होने के कारण मामले ने सांप्रदायिक रंग ले लिया और हिन्दू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने सोमवार को इसके विरुद्ध मेरठ कमिशनरी पर जबरदस्त प्रदर्शन किया। उनकी मांग थी कि हत्यारों पर रासुका के तहत कार्रवाई की जानी चाहिये।
पुलिस ने सोमवार को यहां बताया कि जागृति विहार निवासी अनिल रस्तोगी का बेटा यश एलएलबी का छात्र था। गत 26 जून की शाम यश अपनी स्कूटी से घर से निकला था और वापस नहीं लौटा। उसकी कॉल डिटेल के आधार पर पुलिस ने सलमान, शावेज और अलीशान को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया है।
पुलिस अधीक्षक सिटी विनीत भटनागर ने कहा कि मृतक यश एक ऑनलाइन समलैंगिक ग्रुप से जुड़ा था, जिसके कुछ सदस्यों को हिरासत में लेने के बाद मामले का खुलासा हुआ। उन्हीं की निशानदेही पर यश की लाश एक नाले से बरामद कर ली गई जो लिसाड़ी गेट स्थित पिलोखड़ी के पुल के पास नाले में फेंकी गई थी।
श्री भटनागर ने कहा कि यश ने आरोपी शाहवेज से 40 हजार रुपये लिए थे और पांच हजार की और मांग कर रहा था। उन्होंने बताया कि शाहवेज ने यश को अपने घर लिसाड़ी गेट में बुलाया और अपने दोस्तों के साथ मिलकर पहले उसका गला दबाया और फिर चाकू से उसके टुकड़े करके मौत के घाट उतार दिया।