कन्याकुमारी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक)-कांग्रेस गठबंधन तमिलनाडु को कभी भी विकसित राज्य नहीं बना सकता क्योंकि इसका इतिहास घोटालों और भ्रष्टाचार से भरा हुआ है।
प्रधानमंत्री मोदी ने लोकसभा चुनाव के लिए देश के दक्षिणी हिस्से तक पहुंच बनाने के अभियान के तहत यहां एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा, “एक तरफ, आपके पास (लोगों के पास) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की कल्याणकारी योजनाएं हैं। दूसरी तरफ, आपके पास इंडिया समूह के घोटालों की सूची है। हमने लोगों को ऑप्टिकल फाइबर और 5जी इंटरनेट मुहैया कराया, लेकिन उन्होंने (इंडिया समूह ने) 2जी घोटाला करके लोगों के पैसे ले लिये। हमने उड़ान योजना शुरू की और उन्होंने हेलिकॉप्टर घोटाला शुरू किया। हमारे पास खेलो इंडिया के नतीजे हैं, उनके पास राष्ट्रमंडल खेल घोटाला है।”
उन्होंने कहा कि द्रमुक और कांग्रेस लोगों को लूटने के लिए सत्ता में आना चाहते हैं। द्रमुक 2जी घोटाले की सबसे बड़ी लाभार्थी है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के लोगों ने देश को तोड़ने का सपना देखने वालों को खारिज कर दिया। अब, तमिलनाडु के लोग भी ऐसा ही करने जा रहे हैं। उन्होंने कहा, “इस बार तमिलनाडु में हमारा प्रदर्शन द्रमुक-कांग्रेस गठबंधन के अहंकार को चकनाचूर कर देगा। आज, देश के दक्षिणी छोर कन्याकुमारी से जो लहर उठ रही है, वह बहुत दूर तक जाएगी।”
प्रधानमंत्री मोदी ने इस वर्ष तमिलनाडु की अपनी पांचवीं यात्रा के दौरान द्रमुक पर निशाना साधते हुए कहा कि यह पार्टी राज्य के भविष्य और विरासत की दुश्मन है तथा उससे जुड़े लोग भारतीय संस्कृति से नफरत करते हैं।
उन्होंने कहा, “मैं अयोध्या राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले तमिलनाडु आया और महत्वपूर्ण मंदिरों के दर्शन किये, लेकिन द्रमुक सरकार ने राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह का प्रसारण रोकने का प्रयास किया। इस पर उच्चतम न्यायालय को तमिलनाडु सरकार को फटकार लगानी पड़ी। उन्हें (द्रमुक को) नयी संसद में सेंगोल की स्थापना भी पसंद नहीं आयी।”
उन्होंने कहा कि द्रमुक और कांग्रेस केवल महिलाओं को धोखा देना और उनका अपमान करना जानते हैं। तमिलनाडु के लोग जानते हैं कि द्रमुक ने तमिलनाडु की दिवंगत मुख्यमंत्री जे. जयललिता के साथ कैसा व्यवहार किया था। वह संस्कृति आज भी जारी है। द्रमुक और कांग्रेस दोनों महिला विरोधी हैं और वे महिलाओं के नाम पर राजनीति करते रहे हैं। द्रमुक नेताओं ने महिला आरक्षण विधेयक लाने के केंद्र के कदम पर भी सवाल उठाया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि केंद्र की राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार ने तमिलनाडु में जल्लीकट्टू की वापसी का मार्ग प्रशस्त किया और राज्य के विकास के लिए बिना रुके काम किया।