नक्सलियों के प्रति स्थानीय लोगों की सहानुभूति खत्म करना, बड़ी चुनौती: हंसराज अहीर
May 4, 2017
रायपुर, केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री हंसराज अहीर ने नक्सलवाद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का सरकार का संकल्प दोहराते हुए कहा कि नक्सल क्षेत्रों में स्थानीय निवासियों की नक्सलियों के प्रति सहानुभूति एवं उन्हे दिए जा रहे समर्थन को खत्म करना बड़ी चुनौती है। हंसराज अहीर ने आज एक निजी अस्पताल में महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में कल नक्सलियों के हमले में घायल सुरक्षा बलों के जवानों के स्वास्थ्य का हालचाल जानने के बाद कुछ पत्रकारों से बातचीत में कहा कि नक्सल क्षेत्रों में स्थानीय निवासियों का एक बड़ा वर्ग नक्सलियों को प्रति सहानुभूति रखता है और उन्हे सहयोग तथा समर्थन देता है।
इस कारण से नक्सल विरोधी अभियान में सुरक्षा बलों को कहीं ज्यादा मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि सरकार के लिए स्थानीय लोगो में नक्सलियों के प्रति सहानूभूति खत्म करना एक बड़ी चुनौती है। उन्होंने कहा कि नक्सल विरोधी अभियान में सुरक्षा बलों के जवानों का लगातार शहीद होना सरकार के लिए चिन्ता का विषय है।
उन्होंने नक्सलियों के खिलाफ सरकार द्वारा कड़ी कार्रवाई का संकल्प दोहराते हुए कहा कि आगामी 08 मई को नई दिल्ली में गृह मंत्रालय द्वारा आहूत उच्च स्तरीय बैठक में आपरेशन को तेज करने के बारे में रणनीति तय की जायेंगी।इस बैठक में आपरेशन में आ रही मुश्किलों और उससे निपटने के तरीकों पर भी चर्चा होगी।
अहीर ने नक्सल आपरेशन में छत्तीसगढ़ में स्थानीय पुलिस एवं केन्द्रीय बलों में पूरा समन्वय नही होने की खबरों के बारे में पूछे जाने पर कहा कि ऐसी कोई बात उनके समक्ष नही आई है। इस तरह की कोई समस्या होगी तो उसे दूर करने की कोशिश होगी। उन्होंने सीबीएससी के पाठ्यक्रम में मुठभेड़ में मारे गए प्रमुख नक्सली नक्सली किशनजी को शामिल करने के बारे में पूछे जाने पर कहा कि फिलहाल उन्हे इसकी जानकारी नही है,लेकिन अगर ऐसा है तो गलत है।
इसके बारे में पता कर आवश्यक कदम उठाए जायेंगे। गृह राज्यमंत्री इसके बाद सुकमा रवाना हो गए जहां पर वह सुरक्षा बलों के आला अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे। उनके वहां से महाराष्ट्र के गढ़ चिरौली भी जाने का कार्यक्रम है। शाम को वह लौटकर रायपुर में मुख्यमंत्री डा.रमन ङ्क्षसह एवं आला अधिकारियों के साथ फिर चर्चा करेंगे।