नई दिल्ली, नोटबंदी के फैसले पर अलग-अलग प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं।
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि पीएम सभाओं में बोल सकते हैं। पॉप कंसर्ट में बोलने उन्हें परेशानी नहीं है। लेकिन संसद में बोलने में उन्हें बयान देने में दिक्कत हो रही है। राज्यसभा में कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने कहा कि यदि पीएम कहते हैं देश की 96 फीसद करेंसी काला धन है तो ये बहुत शर्मनाक है। जो इस समय देश में चल रहा है उससे देश के कानून का उल्लंघन हो रहा है। कोई भी शख्स किसी भी शख्स को ये नहीं कह सकता है उसे अपने पास कितनी करेंसी रखनी चाहिए।
बसपा प्रमुख मायावती ने कहा कि नोटबंदी के फैसले से देश की 90 फीसद जनता कतारों में खड़ी है। देश के पीएम को आम लोगों की परेशानी नहीं दिखाई दे रही है। उन्होंने कहा कि जनभावना को देखते हुए केंद्र सरकार के इस फैसले का पुरजोर विरोध कर रही है। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि नोटबंदी की वजह से पिछले 13 दिन में 70 लोगों की मौत हो चुकी है। क्या पीएम उन परिवारों से माफी मांगेेंगे।
केंद्र सरकार के इस फैसले से कोई खुश है तो कोई दुखी है। लेकिन विरोधी नेताओं की बोल सड़क से लेकर संसद तक एक जैसी है। विरोधी दल के वो नेता जो काले धन के मुद्दे पर मोदी सरकार की घेराबंदी करते थे। आज वो सरकार के फैसले का विरोध कर रहे हैं। पिछले कई दिनों से संसद अपने तय समय पर शुरू होती है। घड़ी की सुई टिकटिक कर आगे बढ़ती रहती है। लेकिन सदन में कार्यवाही का नतीजा ये है कि आज तक कोई काम नहीं हो सका है।