नयी दिल्ली , प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अंतरराष्ट्रीय सहयोग और वैश्विक आर्थिक वृद्धि में योगदान देने के लिए साल 2018 के सियोल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया जायेगा। विदेश मंत्रालय ने आज जारी बयान में यह जानकारी देते हुये बताया कि मोदी ने इस प्रतिष्ठित सम्मान के लिए चुने जाने के प्रति आभार व्यक्त किया है एवं कोरिया गणराज्य के साथ भारत के गहरे संबंधों के प्रकाश में इसे स्वीकार कर लिया है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट करके कहा, ’’ विश्व ने अंगीकार किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ’मोदीनॉमिक्स’ के माध्यम से भारत एवं विश्व में उच्च आर्थिक वृद्धि, भारत में मानव विकास सुधार और लोकतंत्र को सशक्त बनाने में योगदान के लिए साल 2018 का प्रतिष्ठित सियोल शांति पुरस्कार दिया जाएगा।’’ मंत्रालय ने कहा कि सियोल पीस प्राइज फाउंडेशन की ओर से मोदी को यह सम्मान आपसी सहमति से आगामी तारीखों में प्रदान किया जायेगा।
गौरतलब है कि 1990 में स्थापित हुये सियोल शांति पुरस्कार को, सियोल में सफलतापूर्वक आयोजित हुये 24वें ओलंपिक की याद में दिया जाता है। ये पुरस्कार कोरियाई लोगों की, कोरियाई प्रायद्वीप और शेष विश्व में शांति बनाए रखने की मनोकांक्षा को प्रतिबिंबित करता है।
पुरस्कार समिति ने प्रधानमंत्री के धनाड्य एवं गरीबों के मध्य सामाजिक और आर्थिक विषमता को कम करने के लिए ’मोदीनॉमिक्स’ को श्रेय देते हुये भारत और विश्व की अर्थव्यवस्थाओं की वृद्धि में उनके योगदान की पहचान की है।
पुरस्कार समिति ने भ्रष्टाचार विरोधी कदमों और विमुद्रीकरण के उपायों के माध्यम से सरकार को साफ सुथरा बनाने की दिशा में मोदी की पहलों की भूरि-भूरि प्रशंसा भी की है। समिति ने उन्हें ’एक्ट ईस्ट नीति’ और ’मोदी सिद्धांत’ के माध्यम से क्षेत्रीय एवं विश्व शांति के लिए संसार के देशों हेतु सक्रिय नीति को अपनाने का भी श्रेय दिया है। गौरतलब है कि मोदी विश्व के ऐसे 14वें व्यक्ति होंगे जिन्हें इस सम्मान के लिए चुना गया है। उनसे पहले संयुक्त राष्ट्र के पूर्व महासचिव कोफी अन्नान, जर्मन चांसलर एंजेला मार्केल और प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय राहत प्रदाता संगठन डॉक्टर्स विदाउट बॉर्डर्स को ये सम्मान दिया जा चुका है।