बागलकोट , प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरूवार को दावा किया कि कांग्रेस देश में एक ‘‘मजबूर’’ प्रधानमंत्री बनवाना चाहती है। उन्होंने लोगों से केंद्र में राष्ट्रीय सुरक्षा पर जोर देने वाली मजबूत सरकार बनवाने की अपील भी की। उत्तर कर्नाटक में दो रैलियों को संबोधित करते हुए मोदी ने राज्य में एच डी कुमारस्वामी की अगुवाई वाली कांग्रेस-जेडीएस सरकार के ‘‘कभी न खत्म होने वाले ड्रामा’’ का मजाक उड़ाया।
मोदी ने रैली में कहा, ‘‘…यदि आप मजबूत सरकार देखना चाहते हैं तो दिल्ली में देखें; यदि आप मजबूर सरकार देखना चाहते हैं तो कर्नाटक में देखें।’’ गौरतलब है कि आज कर्नाटक में लोकसभा चुनाव के पहले चरण के तहत राज्य की 14 सीटों पर जारी मतदान के बीच मोदी ने यह बातें कही। भाजपा ने कर्नाटक की 28 में से 14 लोकसभा सीटों पर जीत हासिल करने का लक्ष्य तय किया है। साल 2014 के चुनावों में भाजपा ने राज्य की 17 सीटें जीती थीं। मोदी ने कर्नाटक के हर क्षेत्र में रैलियां की हैं । प्रदेश भाजपा ने 23 अप्रैल को राज्य में दूसरे चरण के मतदान से पहले उनकी अन्य किसी रैली की घोषणा नहीं की है।
कर्नाटक में नेताओं के ‘‘नाटक’’ पर मोदी ने कहा कि उनके ड्रामे में भावुकता और बदले की भावना होती है और ‘‘भावुकता तो कभी खत्म नहीं होने वाली है।’’ मोदी ने रैली में आए लोगों से पूछा, ‘‘कुछ-कुछ दिनों, कुछ-कुछ हफ्तों के बाद किसी रैली या किसी प्रेस कांफ्रेंस में भावनाएं बह रही हैं। क्या आप कर्नाटक के बारे में ऐसा सोचते हैं?’’ पीएम मोदी ने संभवत: कुमारस्वामी की तरफ इशारा करते हुए यह बात कही, क्योंकि वह अक्सर भावुक हो जाते हैं। बागलकोट में रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा, ‘‘कांग्रेस को मजबूर सरकारें पसंद हैं। वे मजबूर मुख्यमंत्री और मजबूर प्रधानमंत्री बनवाना चाहते हैं।’’
मोदी ने मनमोहन सिंह की अगुवाई वाली पिछली यूपीए सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि 2014 से पहले कोई प्रधानमंत्री के बारे में बात तक नहीं करता था। उन्होंने कहा, ‘‘क्या वह फैसला ले सकते थे, हर बात देश का बच्चा-बच्चा जानता है। सरकार रिमोट कंट्रोल के जरिए चलाई जा रही थी।’’ उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने अपने घोषणा-पत्र में दावा किया था कि उसने पाकिस्तान को यह मानने पर मजबूर कर दिया कि उसके नागरिक मुंबई आतंकी हमले में शामिल थे और यह बड़ी उपलब्धि थी। मोदी ने कहा कि पाकिस्तान ने दोषियों को अपना नागरिक मान लिया, लेकिन फिर भी उसने बम धमाके किए और भारत को परमाणु बम हमले की धमकी दी।
मोदी ने कहा कि कांग्रेस सर्जिकल स्ट्राइक और पाकिस्तान के बालाकोट में आतंकी शिविरों पर वायुसेना के हमले को ‘‘हमारी जीत’’ मानने के लिए तैयार नहीं है। कांग्रेस और उसके सहयोगी राष्ट्रहित के बारे में नहीं, सिर्फ अपने हित के बारे में सोचते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘…..विरोधियों ने गूगल पर खोजा कि बालाकोट कहां है और यह साबित करने में लग गए कि यह भारत में ही है। वे विश्वास ही नहीं कर सके कि भारत पाकिस्तान की सीमा में घुसकर हमला भी कर सकता है।’’ मोदी ने कहा कि 2008 के मुंबई हमलों के बाद कांग्रेस की अगुवाई वाली केंद्र सरकार ‘‘रोती फिर रही थी’’, लेकिन अब हालात बदल गए हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘….अब पाकिस्तान जहां भी जाता है, आप उसकी चीख सुनते हैं कि मोदी उन पर हमला कर रहा है।’’ मोदी ने दावा किया कि जब भी कांग्रेस के वजूद पर खतरा मंडराता है तो वह समाज को बांटने की कोशिश करती है। चिक्कोडी में रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि कर्नाटक में सत्तारूढ़ कांग्रेस और जेडीएस के हर मुद्दे पर मतभेद हैं, लेकिन एक-दूसरे के वंशवाद और भ्रष्टाचार का समर्थन करने को लेकर वे एकजुट हैं और दोनों पार्टियां राष्ट्रवाद एवं उनके बारे में बुरी बातें कहती हैं।
मोदी ने जेडीएस नेता एवं मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी की उस कथित टिप्पणी के लिए उन्हें आड़ हाथ लिया कि दो जून की रोटी का इंतजाम नहीं कर पाने वाले सैन्य बलों में जाते हैं। मोदी ने कहा, ‘‘….मुख्यमंत्री कहते हैं कि जो भूखे होते हैं, वे ही सैन्य बलों में जाते हैं। इस परिवार (देवगौड़ा परिवार) को सार्वजनिक जीवन से बाहर कर दिया चाहिए।’’ उन्होंने रैली में कहा, ‘‘आपका वोट तय करेगा कि ‘भारत माता की जय’ बोलने वालों का सम्मान होगा या ‘टुकड़े-टुकड़े’ के नारे लगाने वालों का।’’