कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा, वह (प्रधानमंत्री) मुस्करा रहे हैं। वह अच्छा समय व्यतीत कर रहे हैं जबकि देश की जनता परेशान है। राहुल गांधी ने कहा, इसलिए वे एक मुद्दे से दूसरे मुद्दे पर जा रहे हैं। और हम उन्हें सदन में घेरने जा रहे हैं। वे सदन से भाग नहीं पायेंगे।
प्रधानमंत्री के कैशलैस अर्थव्यवस्था के उल्लेख पर कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा, यह पेटीएम का सिद्धांत है। पे टू मोदी.. यह कैशलैस अर्थव्यवस्था के पीछे का विचार है। पे टू मोदी टिप्पणी के बारे में पूछे जाने पर राहुल ने कहा कि अगर लोकसभा में उन्हें बोलने दिया जाता है तब वह इसका विस्तार से उल्लेख करेंगे। संसद में बने गतिरोध के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि सदन की कार्यवाही चलाने की जिम्मेदारी सरकार, स्पीकर की होती है, विपक्ष की नहीं। हम चर्चा चाहते हैं। हम मतविभाजन के तहत चर्चा चाहते हैं, लेकिन सरकार ऐसा नहीं चाहती है। क्योंकि उन्हें मालूम है कि भाजपा के कुछ लोग भी हमारे पक्ष में मतदान करेंगे।
राहुल गांधी ने एक बार फिर से लोकसभा में नोटबंदी पर चर्चा ऐसे नियम के तहत कराने की मांग की जिसमें मतविभाजन का प्रावधान हो। उन्होंने दावा किया कि भाजपा के कुछ सांसद विपक्ष की मांग का समर्थन करेंगे। उन्होंने कहा, हम भाजपा में ऐसे लोगों को जानते हैं जो ऐसी चर्चा की अनुमति दिये जाने पर हमारे पक्ष में मतदान करेंगे। अगर वह (प्रधानमंत्री) सदन में बोलेंगे.. दूध का दूध और पानी का पानी हो जायेगा।
राहुल गांधी ने भाजपा और मोदी पर नोटबंदी की घोषणा को चुनिंदा तरीके से लीक करने का आरोप भी लगाया। उन्होंने कहा कि जिन लोगों को उन्हें बताना था, उन्हें बता दिया गया था। उन्हें इस निर्णय के बारे में पता था। भाजपा और मोदीजी ने उन्हें इस कदम के बारे में पहले ही बता दिया था। इसलिए किसे सबसे ज्यादा नुकसान हुआ? उन्होंने कहा कि भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई ने बैंकों में करोड़ों रूपये जमा किये, पार्टी ने बिहार में जमीन खरीदी। कर्नाटक में भाजपा के एक नेता ने अपनी पुत्री के विवाह में 500 करोड़ रूपये खर्च किये।
कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा कि नोटबंदी के कारण हजारों की संख्या में लोगों की नौकरियों से छंटनी हो रही है। किसान मर रहे हैं। अब तक 100 से अधिक लोग कतारों में मर चुके हैं और प्रधानमंत्री को यह मजाक लगता है। तृणमूल कांग्रेस के सुदीप बंदोपाध्याय ने कहा कि हम नोटबंदी के एक माह पूरे होने पर काला दिवस मना रहे हैं। इस अवधि में 105 लोग मारे जा चुके हैं। हम अपनी लड़ाई जारी रखेंगे। कांग्रेस के मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि हमने आज काला दिवस इसलिए मनाया क्योंकि लोग काफी परेशान हैं।