मुरादाबाद, उत्तर प्रदेश के पंचायती राज मंत्री चौधरी भूपेंद्र सिंह को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की प्रदेश इकाई का अध्यक्ष बनाये जाने के बाद गुरुवार को उनके गृह जनपद मुरादाबाद में जश्न का माहौल है।
सिंह की पत्नी निशी चौधरी ने कहा कि उनके पति की मेहनत फलीभूत हुई। उन्होंने भरोसा जताया कि उनके पति पार्टी नेतृत्व के भरोसे पर खरा उतरेंगे। गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में पहली बार किसी जाट नेता को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
चौधरी भूपेंद्र का जन्म 1968 में मुरादाबाद के समीपवर्ती गांव महेंदरी सिकंदरपुर में हुआ था। उन्होंने अपने छात्र जीवन से राजनीति का ककहरा सीखने के बाद राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) मे स्वयंसेवक रहते भाजपा में लगभग तीन दशक का सांगठनिक अनुभव लिया।
वर्ष 2007 से 2012 तक वह पश्चिमी उत्तर प्रदेश के क्षेत्रीय मंत्री रहे। वर्ष 2011-2018 तक लगातार तीन बार पश्चिमी उत्तर प्रदेश के क्षेत्रीय अध्यक्ष भी रह चुके हैं। वर्ष 1999 में पार्टी ने उन्हें संभल लोकसभा सीट पर मुलायम सिंह यादव के खिलाफ प्रत्याशी बनाया था। यह बात दीगर है कि वह मुलायम सिंह से चुनाव जरूर हार गये लेकिन इस चुनाव ने उन्हें राजनीतिक में एक नई पहचान दिलाई।
भूपेंद्र चौधरी 2016 में पहली बार विधान परिषद सदस्य चुने गए थे। प्रदेश में भाजपा की 2017 में सरकार बनने पर उन्हें पंचायती राज विभाग का राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) बनाया गया। इसके बाद 2019 में योगी मंत्रिमंडल में फेरबदल के दौरान उन्हें पंचायत राज विभाग का कैबिनेट मंत्री बनाया गया। पार्टी नेतृत्व ने उन्हें प्रदेश संगठन की बागडोर सौंप कर 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को कामयाबी दिलाने का दायित्व सौंपा है।
चौधरी भूपेंद्र सिंह को प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने की घोषणा होने के बाद उनके पैतृक गांव तथा मुरादाबाद स्थित घर पर बधाई देने वालों का तांता लग गया। उनके घर और पार्टी कार्यालय पर जश्न का माहौल है।