नई दिल्ली, इंडिया यूके टेक समिट कई मायनों में महत्वपूर्ण रही।ब्रिटिश पीएम टेरीजा में शुरूआती भाषण में ये कहकर संकेत दिया की भारत ब्रिटेन के लिए क्यों महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि भारत और ब्रिटेन के बीच एक खास का किस्म का रिश्ता है। अपने संबोधन के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने टेरीजा मे के दौरे का जिक्र करते हुए कहा कि ये हमारे लिए सौभाग्य की बात है कि ब्रिटिश पीएम ने यूरोप के बाहर भारत का विदेशी दौरे के लिए चुनाव किया। दोनों देशो के आपसी रिश्तों पर जोर देते हुए पीएम ने कहा कि मेक इन इंडिया के जरिए भारत और ब्रिटेन एक दूसरे के और करीब आ सकते हैं। पीएम ने कहा कि एकेडमिक और तकनीकी क्षेत्र में ब्रिटेन की प्रगति सराहनीय है। दोनों देश हेल्थ केयर, आर एंड डी औ सौर ऊर्जा के क्षेत्र में मिलकर काम कर सकते हैं। इसके अलावा भारत और ब्रिटेन अनुसंधान के क्षेत्र में मिलकर ग्लोबल चुनौतियों का सामना कर सकते हैं।
शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए ब्रिटिश पीएम ने कहा कि भारत और ब्रिटेन के बीच खास है रिश्ता है। उन्होंने कहा कि भारत और ब्रिटेन तकनीक के क्षेत्र में काफी आगे बढ़ सकते हैं।ब्रिटिश सरकार आर्थिक और सामाजिक सुधार पर काम कर रही हैं और भारतीय निवेश हमारी अर्थव्यवस्था में विविधता ला रही है। ब्रेक्जिट के संदर्भ में टेरीजा की यात्रा अहम: इससे पहले ब्रिटेन की प्रधानमंत्री टेरीजा मे तीन दिवसीय भारत दौरे पर रविवार देर रात दिल्ली पहुंची थी। यह ब्रेक्जिट के बाद उनका यूरोप के बाहर पहला दौरा है। ब्रिटिश पीएम की प्रवक्ता के अनुसार, दोनों देश के नेता सोमवार को नई दिल्ली के हैदराबाद हाउस में दोपहर भोज के दौरान भारत-ब्रिटेन के व्यापक संबंधों पर चर्चा करेंगे। उन्होंने बताया, रक्षा और व्यापार इस द्विपक्षीय वार्ता के अहम हिस्सा होंगे। हम इस भागीदारी को विकसित करने के लिए उत्सुक हैं। प्रवक्ता ने कहा, ब्रिटेन के यूरोपीय संघ को छोड़ने के संदर्भ में टेरीजा की यह यात्रा अहम है।टेरीजा नई दिल्ली यात्रा के दौरान राजघाट और इंडिया गेट भी जा सकती हैं। यहां से वह मंगलवार को बेंगलुरु जाएंगी। ब्रिटेन की प्रधानमंत्री टेरीजा ने भारत को ब्रिटेन का सबसे गहरा दोस्त और दुनिया का एक अग्रणी देश करार दिया है। संडे टेलीग्राफ में छपे लेख में उन्होंने लिखा, भारत हमारे सबसे अहम और करीबी मित्रों में है। वह दुनिया की एक प्रमुख ताकत है। भारत के साथ हमारा साझा इतिहास, संस्कृति और मूल्य रहे हैं। भारत की अगुआई ऐसे प्रधानमंत्री कर रहे हैं, जो कि सुधारों के लिए दूरगामी कार्यक्रम का नेतृत्व कर रहे हैं।