पीलीभीत, केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने एक दलित परिवार के साथ फोन पर गाली गलौच करते हुए गांव छोड़ने की धमकी देते हुए कहा कि गांव छोड़ दे या फिर कोर्ट जाकर फौरन समझौता पत्र पर हस्ताक्षर करे। जिससे पीड़ित परिवार दहशत में आ गया और पीड़ित मंत्री के साथ मोबाइल पर हुई बातचीत की रिकॉर्डिंग लेकर सीधे एसपी के पास पहुंच कर न्याय की गुहार लगाई। दरअसल, थाना बरखेड़ा क्षेत्र के अलकथान गांव निवासी शंकर से मेनका ने आज ही अदालत जाकर समझौता करने की चेतावनी दी है। क्योंकि शंकर के पड़ोस में रहने वाले छोटेलाल ने अपने दो पुत्रों के साथ मिलकर बीती 13 मई को शंकर की आंगन में लगी दीवार तोड़ दी और दरवाजा निकालने लगा, विरोध करने पर शंकर की माता जनुका देवी को बुरी तरह पीट दिया। जिसकी रिपोर्ट पुलिस ने जनुका देवी की ओर से उसी दिन दर्ज कर ली। बताया जाता है कि छोटेलाल ने दोबारा 17 मई को दीवार तोड़कर दरवाजा लगाने लगे, विरोध करने पर शंकर की बेटी चंपा को पीटा व जाति सूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए गाली गलौच की। जिसके बाद इसकी रिर्पोट उसी दिन छोटेलाल व उसके दो पुत्रों के खिलाफ पुलिस ने दर्ज कर लिया। तब से आरोपी लगातार समझौते का दबाव बना रहा है। हालांकि पुलिस ने अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं की है। पीड़ित ने बताया है कि मेनका गांधी जब तीन दिन पहले पीलीभीत आयी तो उन्होंने जबरदस्ती शंकर को बुलाकर समझौते का दबाब बनाया और आज फोन पर शंकर को धमकी दी।