लखनऊ, उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सौ विधायक तोड़कर लाने की पेशकश पर पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष चौधरी भूपेन्द्र सिंह ने मौर्य का बचाव करते हुए कहा है कि अखिलेश कोे अपने परिवार, पार्टी और गठबंधन का ख्याल रखना चाहिये।
भूपेन्द्र सिंह ने गुरुवार को इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि केशव प्रसाद मौर्य भाजपा के प्रमाणित एवं पार्टी की विचारधारा के लिए समर्पित कार्यकर्ता हैं। गौरतलब है कि हाल ही में अखिलेश ने कहा था कि मौर्य अगर सौ विधायक लेकर आयें तो सपा उन्हें समर्थन देकर मुख्यमंत्री बना देगी।
पार्टी के प्रति मौर्य की निष्ठा को संदेह से परे बताते हुए सिंह ने कहा, “वह (मौर्य) सदैव हमारे साथ रहेंगे। वह किसी स्वार्थ में पड़ने वाले नेता नहीं हैं। वह अखिलेश यादव को चलाएंगे, अखिलेश यादव उन्हें क्या चला पाएंगे?” इतना ही नहीं सिंह ने कहा कि तमाम सपा विधायक उनके संपर्क में हैं। उन्होंने कहा, “अखिलेश यादव अपने गठबंधन की, अपने परिवार की, अपनी पार्टी की, अपने विधायकों की भी चिंता कर लें, क्योंकि उनके विधायक हमारे संपर्क में हैं।”
इस बीच सपा गठबंधन से अलग हुए सुभासपा के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने भी मौर्य को मुख्यमंत्री बनाने की अखिलेश यादव की पेशकश पर सपा सुप्रीमो को एक बार फिर खरी-खोटी सुनाते हुए कहा कि जिस दल की चार बार सरकार बनने पर किसी गैर यादव को मुख्यमंत्री नहीं बनाया गया उस दल की सरकार में मौर्य समाज के किसी व्यक्ति को मुख्यमंत्री कैसे बनाया जा सकता है। उन्होंने अखिलेश को नसीहत भी दी कि वह दूसरे दल के विधायकाें की चिंता करना छोड़ कर, सपा विधायकों की चिंता करें।
केशव मौर्य के किसी अन्य दल में जाने की आशंकाओं को सिरे से खारिज करते हुए राजभर ने कहा, “वह (अखिलेश) पहले खुद ही मुख्यमंत्री बन लें, दूसरे को क्या मुख्यमंत्री बनाएंगे। केशव प्रसाद मौर्य का कहीं जाने का सवाल ही नहीं उठता है।” उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति चुनाव में अखिलेश अपना हाल देख चुके हैं, अब वह आगे अभी और देखते रहें। वह अपनी सुरक्षा खुद करें, दूसरों की सुरक्षा करना छोड़ दें।