मस्जिदों में नमाज पढ़ने से रोकने पर मुस्लिम संगठनों ने किया प्रदर्शन

नई दिल्ली,मस्जिद में असामाजिक तत्वों द्वारा नमाज पढ़ने से रोकने की कोशिश के मामले को लेकर आज तहफ्फुज मसाजिद, मदारिस, दरगाह व कब्रस्तान कमेटी के तत्वाधान में कई राजनैतिक व सामाजिक संगठनों ने राजधानी में अंबेडकर प्रतिमा के सामने विरोध प्रदर्शन किया।

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 प्रदर्शन का नेतृत्व करते हुए राष्ट्रीय भागीदारी आंदोलन के संयोजक पीसी कुरील ने कहा कि देश आजाद होने के बाद संविधान ने भारत में रहने वाले हर धर्म और जाति के लोगों को समान अधिकार दिया है। इधर कुछ समय से ऐसा देखने में आ रहा है कि धार्मिक स्थलों पर कब्जा करने की साजिश रची जा रही है। कुरील ने कहा, ‘अभी ताजा मामला निजामुद्दीन दिल्‍ली में लाल मस्जिद का सामने आया है। आजमगढ़ की मस्जिद में भी असामाजिक तत्वों ने नमाज पढ़ने से रोकने की कोशिश की। इसलिए हम लोग धरना कर विरोध जता रहे हैं।’ प्रदर्शन के दौरान तहफ्फुज मसाजिद, मदारिस, दरगाह और कब्रिस्‍तान कमेटी के लोग भी उपस्थित रहे।

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कब्रिस्‍तान कमेटी के अध्यक्ष हाजी फहीम सिद्दीकी ने कहा कि दुनिया जानती है कि कोई भी मस्जिद गैरकानूनी स्थल पर नहीं बनती। अगर सरकार किसी धार्मिक स्थल के लिए ऐसा निर्णय ले रही है तो अदालत को चाहिए कि वह सर्वे कराए कि देश में कहां कितने अवैध रूप से पूजास्थल बने हैं, उन सभी को तोड़ा जाए। इंसाफ सबके लिए बराबर होना चाहिए, वरना यह भारतीय संविधान का मजाक उड़ाने के बराबर होगा।  सिद्दीकी ने कहा, ‘हम राष्ट्रपति को ज्ञापन देकर इस मामले को अवगत कराएंगे। कई स्थानों पर नमाज पढ़ने पर रोक लगाई जा रही है, मदरसों को भी निशाना बनाया जा रहा है। कब्रिस्‍तान की जमीनों पर कब्जा करने की साजिश रची जा रही है। इस तरह की हरकतों को राष्ट्रपति अपने संज्ञान में लें और अंकुश लगाएं।’ 

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