इन दिनों महिलाओं के बीच में कीगल एक्सइरसाइज काफी ज्या दा पॉपुलर हो रही है। कीगल का मतलब होता है, पेल्विंक मासपेशियां, जा कि गर्भाशय, मूत्राशय, और छोटी आंत, को सहारा देती है, उन्हें किगल मसल भी कहा जाता है। कीगल एक्संरसाइज करने में काफी आसान होती हैं और इन्हेंय कहीं भी आराम से किया जा सकता है। जिन महिलाओं को तेजी से छींकने या खांसने की वजह से पेशाब निकल जाती है, उन्हेंा इस एक्सजरसाइज से काफी आराम पहुंचेगा। वैसे इसको करने से एक और बड़ा फायदा है, कि यह यौन संबंधी समस्या्ओं का भी समाधान करती है। हमें रोजाना व्या याम करना चाहिये और खास कर महिलाओं को तो अपने शरीर का बहुत ही ख्या ल रखना चाहिये।
आपके लिये कीगल एक्सयरसाइज काफी जरुरी है तो, इसे करने से ना चूकें। इसे घर पर ही समय मिलने पर जरुर करें। आइये जानते हैं कुछ बेसिक कीगल एक्सहरसाइज जो आप आराम से कर सकती हैं।
क्ला सिक कीगल क्लाकसिक या बेसिक कीगल काफी सिंपल है। इसको करने के लिये आपको लेट जाइये और पेट को बिना सिकोड़े अपनी पेल्विलक मसल्सा को ढीला छोड़ कर फिर उसे 5-7 सेकेंड तक टाइट कर के रखें। फिर छोड़े। इसे दिन में कुछ मिनटों तक करें। इससे रिजल्टग जल्द ही मिलेगा।
पेल्विडक टिल्ट्स् खड़ी या लेट कर अपनी पेल्विंक को आगे और पीछे की ओर मोड़ें। यदि आप लेटी हुई हैं तो पीठ के बल हाथों को फैलाये तथा दोनों घुटनों को मोड़ते हुए सटाकर रखिये। उसके बाद अपने एब्स को सिकोड़ते हुए अपनी सांस को छोडें। इसे धीरे धीरे 5 बार हफ्ते में 3-5 बार करें।
पुल-इन किगल पुल-इन किगल करने के लिए, पेल्विक क्षेत्र मांसपेशियों को वैक्यूम की तरह समझें। कुल्हे की मांसपेशियों में तनाव उत्पन्न करें तथा पैरों को आगे पीछे करें। इस अवस्था में 5 सेकंड रहें तथा फिर छोड़ दें। ऐसा 10 बार करें। इसे पूर्ण करने में 50 सेकंड तक का समय लगेगा।
ब्रिज पीठ के बल लेटें और घुटनों को मोड़े। अपने कंधो को साइड में सीधे नीचे रखें, अपनी कमर और कूल्हों को उठाएं, अपनी पेल्विाक मासपेशियों को सिकोड़ें। एक ब्रिज जैसी पोजिशन बना लें। फिर 3-5 बार कमर को उठाएं और पेल्विरक को ढीला छोड़ कर दुबारा शुआत वाली पोजिशन में आ जाएं। इसे 5 बार रिपीट करें।