लखनऊ, विधान सभा चुनाव में करारी शिकस्त के बाद बसपा प्रमुख मायावती ने पार्टी संगठन में बड़े पैमाने पर फेरबदल किया है। लेकिन इसमे सबसे बड़ा नुकसान पार्टी के मुस्लिम चेहरा माने जाने वाले नसीमुद्दीन सिद्दीकी का हुआ है। मायावती ने पार्टी मे नसीमुद्दीन सिद्दीकी का रुतबा घटा दिया है। सूत्रों के मुताबिक, नसीमुद्दीन सिद्दीकी को सभी प्रमुख पदों से हटा दिया गया है। हालांकि बसपा से अभी इसकी पुष्टि नही हुई है।
बसपा पदाधिकारियों की समीक्षा में यह निकल कर आया कि यूपी विधान सभा चुनाव में बसपा की करारी शिकस्त के लिए काफी हद तक नसीमुद्दीन सिद्दीकी जिम्मेदार है। सूत्रों के अनुसार, सिद्दीकी ने शीर्ष नेतृत्व को गुमराह करके धन्ना सेठों से पैसा लेकर टिकट दिलवाया था। इसलिये बसपा प्रमुख ने नसीमुद्दीन सिद्दीकी को एक तरह से उत्तर प्रदेश से बाहर करते हुए मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ का दायित्व सौंपा है।
बसपा सूत्रों का कहना है कि मायावती ने नसीमुद्दीन सिद्दीकी से दूरी बनाते हुए अधिकतर पदों से हटा दिया है। बसपा की अधिकृत वेबसाइट डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू.बीएसपीइंडिया.ओआरजी पर नसीमुद्दीन सिद्दीकी का विवरण हटा दिया गया है। लेकिन बसपा की प्राथमिक सदस्यता बरकरार रखी गई है। विधान परिषद में नेता दल की जिम्मेदारी भी किसी अन्य नेता को दिए जाने की तैयारी है।