लखनऊ, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उपमुख्यमंत्री, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की जिला इकाइयों के प्रभारियों और पदाधिकारियों के साथ राज्य भर में नौ विधानसभा सीटों पर होने वाले आगामी उपचुनाव की रणनीति की समीक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण बैठक की।
बैठक में चुनावी परिदृश्य और सभी सीटों पर जीत हासिल करने के उद्देश्य से लक्षित रणनीतियों के विकास पर गहन चर्चा की गई।
मुख्यमंत्री योगी ने पार्टी के जिला प्रभारियों और पदाधिकारियों को विशिष्ट जिम्मेदारियां भी सौंपीं, जिसमें चुनावों से पहले एक सुसंगत और प्रभावी अभियान के लिए पार्टी की प्रतिबद्धता को रेखांकित किया गया।
बैठक के दौरान योगी ने मंत्रियों और पदाधिकारियों के बीच मजबूत टीम वर्क की आवश्यकता पर प्रकाश डाला। उन्होंने जोर दिया कि पार्टी नेताओं को आगामी उपचुनाव में अपनी जिम्मेदारियों के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध होना चाहिए और कोई कसर नहीं छोड़नी चाहिए।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि इन उपचुनावों में जीत न केवल एक राजनीतिक उपलब्धि होगी, बल्कि जनता के विश्वास का भी प्रतीक होगी, उन्होंने सभी से निष्ठा और समर्पण के साथ काम करने का आग्रह किया।
उन्होंने पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं को उपचुनाव को बूथ स्तर तक प्रभावी ढंग से प्रबंधित करने का निर्देश दिया। इस बात पर जोर दिया कि हर सीट महत्वपूर्ण है और इस जमीनी स्तर पर सटीक प्रबंधन और निगरानी की जरूरत है।
उन्होंने नेताओं को अपने समुदायों में सक्रिय रहने और स्थानीय बैठकों के माध्यम से जनता से जुड़ने के लिए प्रोत्साहित किया, जिन्हें ‘चौपाल’ के रूप में जाना जाता है। फिर उन्होंने पार्टी में अधिक विश्वास बनाने के लिए इन सभाओं में जनता के मुद्दों को समझने और संबोधित करने के महत्व पर प्रकाश डाला।
इसके अलावा योगी ने मंत्रियों और अधिकारियों को उन जिलों में अधिक समय बिताने का निर्देश दिया जहां उपचुनाव हो रहे हैं। उन्होंने स्थानीय निवासियों के साथ सीधा संवाद स्थापित करने, उनकी चिंताओं को सुनने और त्वरित समाधान सुनिश्चित करने के महत्व पर जोर दिया।
मुख्यमंत्री योगी ने स्थानीय जिला अधिकारियों के साथ समन्वय के माध्यम से चुनावी तैयारियों को बढ़ाने का आह्वान किया।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी ने भी पार्टी की तैयारियों की समीक्षा की और सभी कार्यकर्ताओं का उत्साहवर्धन किया। उन्होंने घोषणा की कि पार्टी सभी नौ सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए पूरी तरह तैयार है और मुख्यमंत्री के नेतृत्व में उपचुनाव में पूरी मजबूती के साथ उतरेगी।
श्री चौधरी ने विश्वास व्यक्त किया कि पार्टी न केवल नौ सीटें जीतेगी, बल्कि दसवीं सीट भी जीतेगी, जिसकी घोषणा अभी नहीं हुई है।
आगामी उपचुनाव में कुल दस सीटें दांव पर हैं, जिनमें से पांच पहले समाजवादी पार्टी (सपा) और पांच एनडीए गठबंधन के पास थीं। इनमें से तीन सीटें भाजपा के पास हैं, जबकि राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) और निषाद पार्टी के पास एक-एक सीट है।
2022 के चुनाव में सपा ने कटेहरी, करहल, सीसामऊ और कुंदरकी सीटों के साथ अयोध्या की मिल्कीपुर सीट पर भी कब्जा जमाया है, जिस पर अभी उपचुनाव नहीं होना है।
इसके अलावा फूलपुर, मझवां, गाजियाबाद सदर, खैर, मीरापुर सीटों पर उपचुनाव होंगे।
बैठक में उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, कैबिनेट मंत्री स्वतंत्र देव सिंह और सूर्य प्रताप शाही के साथ ही प्रभारी मंत्री समेत कई वरिष्ठ मंत्री और भाजपा पदाधिकारी शामिल हुए।