सिरसा, हरियाणा में कुरुक्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी सांसद राजकुमार सैनी ने राज्यसभा प्रणाली समाप्त करने की मांग उठाते हुये कहा है कि जनता के हितों जुड़े अनेक विधेयक संसद के इस ऊपरी सदन में आज भी बेवजह लम्बित पड़े हैं।
श्री सैनी ने आज यहां पत्रकारों से बातचीत में कहा कि देश में भले ही लोकतंत्र का ढिंढोरा पीटा जाता हो लेकिन हकीकत यह है कि 30 साल बाद जनता ने एक ही राजनीतिक दल के 280 सांसदों को चुन कर लोकसभा में भेजा है जो राष्ट्र और जनता के हित में योजनाएं बनाते हैं लेकिन इन्हें राज्यसभा में कथित तौर पर जानबूझकर रोक दिया जाता है ताकि सरकार की बदनामी हो और यह काम न कर सके। काम न हो पाने पर नाराज जनता सरकार को उखाड़ फैंके।
उन्होंने दावा किया कि लोकसभा से पारित होकर राज्यसभा में इस समय 70 प्रतिशत विधेयक अटके पड़े हैं। जानबूझकर लोकतंत्र को मृत्यु शैय्या पर डाला जा रहा है। गत 50 वर्षों से यही सिलसिला चल रहा है। उन्होंने कहा
कि समूचा विपक्ष एकजुट होकर रोड़े अटकाने में ही लगा है।
श्री सैनी ने सवाल उठाया कि क्या राज्यसभा का गठन काम रोकने के लिए ही किया गया है। राज्यसभा के चलते लोकतंत्र दिखावा मात्र रह गया है। उन्होंने लोक तंत्र की मजबूती के लिए राज्यसभा प्रणाली को पूरी तरह से
समाप्त करने की वकालत की।
उन्होंने जातिवाद आधारित आरक्षण व्यवस्था पर चोट करते हुये समाज के सभी वगो के लिए शत प्रतिशत आरक्षण की वकालत की।