राम मंदिर निर्माण का समर्थन करने को लेकर उत्तर प्रदेश के दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री ओमपाल नेहरा को कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि राम मंदिर के बारे में बयान देना ओमपाल नेहरा महंगा पड़ गया।ओमपाल नेहरा ने अयोध्या में मंदिर बनवाने के लिए मुस्लिमों से साथ आने की अपील की थी। समाजवादी पार्टी के नेता और यूपी सरकार के दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री ओमपाल सिंह नेहरा ने कहा था हिंदू और मुसलमानों को मिलकर अयोध्या और मथुरा में कारसेवा करनी चाहिए ताकि विश्व हिंदू परिषद का मुद्दा ही खत्म हो जाए। अखिलेश सरकार ने इस बयान पर मेहरा को बर्खास्त कर दिया है।वहीं ओमपाल ने कहा कि मैं 23 दिसंबर को एक कार्यक्रम में मुख्य अतिथि था। उसमें बयान दिया था जिस पर मुसे निलंबित किया गया है।मंत्री ओमपाल नेहरा ने अपनी सफाई देते हुए कहा कि हिंदू और मुस्लिम बुद्धिजीवियों को मिलकर इस मसले का समाधान ढूंढना चाहिए। मैंने कहा था कि बीजेपी के पास यूपी में राम मंदिर के अलावा कोई मुद्दा नहीं है इसलिए ये मुद्दा हमेशा के लिए खत्म हो जाना चाहिए। सेकुलर नेताओं और मुस्लिम बुद्धिजीवियों को इसके समाधान के लिए सामने आना चाहिए।