देहरादून, उत्तराखंड के हरिद्वार जनपद कारागार (जेल) से दो बन्दी रामलीला के दौरान सीढ़ी लगाकर फरार हो गए। शनिवार सूचना मिलने पर कारागार और जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया।
समाचार लिखे जाने तक दोनो फरार बंदियों का कोई पता नहीं चल सका है। इस बीच, शासन ने कारागार के छह कार्मिकों को निलंबित कर दिया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने घटना की विस्तृत जांच के निर्देश दिए हैं। उप महानिरीक्षक, कारागार इसकी जांच कर, शासन को रिपोर्ट करेंगे।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि हरिद्वार जिला जेल में निरूद्ध सिद्धदोष बंदी पंकज पुत्र मगन लाल एवं विचाराधीन बंदी रामकुमार पुत्र रक्षाराम शुक्रवार की शाम कारागार से निकल गए। उन्होंने बताया कि उक्त घटना में सम्बन्धित के विरूद्ध सुसंगत धाराओं में अभियोग पंजीकृत कराया गया है।
इस घटना के लिए छह कार्मिकों प्यारे लाल आर्य, प्रभारी अधीक्षक/कारापाल सहित कुवर पाल सिंह, उप कारापाल सर्किल जेलर/चक्राधिकारी, प्रेमशंकर यादव, दिन हेड वार्डर, विजय पाल सिंह, हेड वार्डर-प्रभारी गिर्दा हेड, ओमपाल सिंह, बन्दी रक्षक प्रभारी निर्माण स्थल और नीलेश कुमार, हेड वार्डर, प्रभारी, गेटकीपर को उनके द्वारा ड्यूटी के प्रति बरती गयी लापरवाही एवं उदासीनता के निमित्त प्रथम दृष्ट्या उत्तरदायी पाते हुए तत्काल प्रभाव से निलम्बित कर दिया गया है।
उन्होंने बताया कि घटना की विस्तृत जांच के लिए उप महानिरीक्षक, कारागार को निर्देशित किया गया है। विस्तृत जांच में पाये गये तथ्यों के आधार पर अग्रिम कार्रवाई सम्पादित की जायेगी।