लखनऊ, रेलवे प्रशासन लखनऊ-सुलतानपुर रूट पर मेमू ट्रेनों की संख्या और अधिक बढ़ाएगा। इसके साथ ही इस रूट पर पड़ने वाले छोटे स्टेशनों पर बोगियों की क्षमता भी बढ़ाएगा। लखनऊ मंडल के एक वरिष्ठ रेल अधिकारी ने बताया कि राजधानी से सुलतानपुर तक सभी छोटे स्टेशनों पर ट्रेनों में चढ़ने और उतरने में होने वाली दिक्कतों से यात्रियों ही निजात मिल जाएगी।
रेलवे ने इन स्टेशनों की ऊंचाई बढ़ाने के लिए काम शुरू कर दिया है। साथ ही इन स्टेशनों पर बोगियों की क्षमता भी 12 से बढ़ाकर 20 करेगा। इस क्रम में रेलवे ने अनूपगंज और बक्कास सहित छोटे स्टेशनों पर काम भी शुरू कर दिया है। इसके लिए वर्ष 2016 के रेल बजट में लखनऊ से सुलतानपुर तक सभी छोटे स्टेशनों को चुना गया है। यह प्लेटफॉर्म इतने नीचे हैं कि यात्रियों को ट्रेनों में उतरने और चढ़ने में भी परेशानी होती है।
रेलवे इस रूट के वाराणसी तक दोहरीकरण को इसी वित्तीय वर्ष में पूरा करेगा। ऐसे में लखनऊ से सुलतानपुर रूट पर मेमू ट्रेनों की संख्या भी अधिक बढ़ेगी। अधिकारी ने बताया कि राजधानी लखनऊ के विस्तार को देखते हुए भी इस रूट के छोटे स्टेशनों को अपग्रेड किया जा रहा है। रेलवे बोर्ड ने स्टेशनों के आधारभूत ढांचे में परिवर्तन के लिए बजट भी जारी कर दिया है।
रेलवे के इंजीनियरिंग विभाग को इस प्रोजेक्ट का जिम्मा सौंपा गया है। फिलहाल उतरेठिया पर सबसे अधिक पैसेंजर ट्रेनों का ठहराव है, जबकि यहां से सुलतानपुर रूट पर अनूपगंज और बक्कास स्टेशनों पर सुलतानपुर पैसेंजर और मेमू ट्रेनें अभी रुकती हैं। उन्होंने बताया कि रेलवे 12 स्टेशनों के विस्तार का काम इसी वित्तीय वर्ष में पूरा करेगा।