नई दिल्ली, स्वतंत्रता दिवस को शुभकामनाएं देते हुये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आजादी का पर्व देश को नई ऊंचाइयों पर ले जाने का पर्व है. प्रधानमंत्री ने कहा कि हमें देश को आगे बढ़ाना है. इसके लिए हर हिंदुस्तानी को आगे बढ़कर एक दूसरे को मदद करने की जरूरत है.
प्रधानमंत्री ने लालकिले से तिरंगा फहराने के बाद देश को संबोधित करते हुए कहा कि एक भारत श्रेष्ठ भारत के सपने को पूरा करना चाहिए. इसके लिए हर आदमी को अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी. अगर देश के पास समस्याएं हैं तो सामर्थ्य भी है. आजादी का पर्व देश को नई ऊंचाइयों पर ले जाने का पर्व है. हम महात्मा गांधी, सरदार पटेल, पंडित नेहरू और अनगिनत लोगों को याद करते हैं जिन्होंने स्वराज हासिल करने के लिए अपनी जान की कुर्बानी दे दी.
उन्होने कहा कि एक समय था जब सरकार आरोपों से घिरी थी, लेकिन अब सरकार उम्मीदों से घिरी है. स्वशासन से सुशासन की ओर बढ़ना पूरे राष्ट्र का संकल्प है, इसके लिए बलिदानों की जरूरत होगी. प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले 60 साल में 14 करोड़ एलपीजी कनेक्शन दिए गए, जबकि हमारी सरकार ने 60 सप्ताह में चार करोड़ नए एलपीजी कनेक्शन दिए. ग्रामीण सड़कों का निर्माण एक दिन में 70.75 किलोमीटर से बढ़कर 100 किलोमीटर हो गया है.
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि इसी तरह का बदलाव देश के 40 प्रमुख अस्पतालों में लाया गया है. इसी प्रकार, बस केवल एक मिनट में रेलवे की 15 हजार टिकटें ऑनलाइन कट रही हैं.
इससे पहले लाल किला पर रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर, रक्षा राज्यमंत्री सुभाष रामराव भामरे, केंद्रीय रक्षा सचिव जी.मोहन कुमार और भारतीय सेना प्रमुख दलबीर सिंह सुहाग ने उनकी अगवानी की. स्वतंत्रता दिवस समारोह में शिरकत करने वाले गणमान्य व्यक्तियों में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के दिग्गज नेता लाल कृष्ण आडवाणी, लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन, कई केंद्रीय मंत्री और विदेशी राजनयिक शामिल हैं.
स्वाधीनता दिवस के दिन के लिए सुरक्षा एजेंसियों ने ड्रोन से आतंकवादी हमले का अलर्ट जारी किया था, जिसके मद्देनज़र सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम किए गए हैं. इस दौरान दिल्ली की हिफाजत कुल 10 एजेंसियां कर रही हैं. इनमें स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप, दिल्ली पुलिस की स्पेशल ब्रांच, नेशनल सिक्योरिटी गार्ड, आईटीबीपी, बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स, केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल, केंद्रीय रिज़र्व पुलिस बल और इंटेलिजेंस ब्यूरो शामिल हैं.
भीड़भाड़ वाले इलाकों, बाज़ारों, रेल स्टेशनों और बस अड्डों पर कुल 35000 पुलिसकर्मी तैनात हैं जबकि लाल किले और आसपास कुल 9000 सशस्त्र सुरक्षाकर्मी तैनात हैं, जिनमें 400 शार्पशूटर्स भी हैं. लाल किले के आधा किलोमीटर के दायरे में स्थित इमारतों पर केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल के 40 निशानेबाज़ तैनात हैं, साथ ही 500 सीसीटीवी कैमरों से परिसर की निगरानी की जा रही है. राजधानी और इसके आसमान की निगरानी पर वायुसेना ने भी विशेष इंतज़ाम किए हैं. किसी भी गड़बड़ी से निपटने के लिए डॉग स्क्वैड और बम निरोधी दस्ता भी सक्रिय है.