नयी दिल्ली, विश्व चैंपियन और पांचवीं सीड सिंगापुर के लोह कीन यू ने अपने विपक्षी खिलाड़ी कनाडा के ब्रायन यंग से शनिवार को सेमीफाइनल में वाकओवर मिलने से इंडिया ओपन बैडमिंटन टूर्नामेंट के पुरुष एकल के खिताबी मुकाबले में प्रवेश कर लिया जहां उनका मुकाबला विश्व चैंपियनशिप के कांस्य पदक विजेता भारत के लक्ष्य सेन से होगा। लक्ष्य ने दूसरे सेमीफाइनल में मलेशिया के एनजी त्जे योंग को एक घंटे सात मिनट तक चले कड़े संघर्ष में 19-21 21-16 21-12 से पराजित किया। तीसरी सीड लक्ष्य के युवा करियर का यह पहला सुपर 500 फाइनल है ।
यंग ने सुबह गले में सूजन और कुछ सिरदर्द की शिकायत की थी। यंग ने कहा कि वह अच्छा महसूस नहीं कर रहे हैं और टूर्नामेंट से हट रहे हैं। यंग हालांकि कोविड 19 के लिए नेगेटिव पाए गए थे। यंग के हटने से लोह को फ़ाइनल में प्रवेश मिल गया।
दूसरे सेमीफानल में लक्ष्य ने पहला गेम हारने के बाद शानदार वापसी करते हुए अगले दोनों गेम जीते। दूसरा गेम जीतकर मुकाबले में बराबरी करने वाले लक्ष्य ने निर्णायक गेम में लगातार बढ़त बनाये रखी और 16-12 की बढ़त के बाद लगातार पांच अंक लेकर गेम और मैच समाप्त कर दिया। लक्ष्य की मलेशियाई खिलाड़ी के खिलाफ यह लगातार दूसरी जीत है। लक्ष्य ने इससे पहले मलेशियाई खिलाड़ी को 2019 में बंगलादेश में हराया था।
फ़ाइनल में लोह से भिड़ने जा रहे लक्ष्य का सिंगापुर के खिलाड़ी के खिलाफ 2-2 का करियर रिकॉर्ड है। फाइनल के बारे में सेन ने कहा, “अपने घर में अपना पहला सुपर 500 फाइनल खेलना एक अच्छा अहसास है। इस बार प्रशंसकों को स्टेडियम में आने की अनुमति नहीं है लेकिन स्टेडियम में कुछ लोग थे जो मेरा समर्थन कर रहे थे और यह अच्छा लगा।” लोह के खिलाफ फाइनल के लिए सेन ने कहा कि उन्हें एक अच्छे मैच का भरोसा है।
दिन के अन्य मैचों में पुरुष युगल की शीर्ष वरीयता प्राप्त जोड़ी हेंड्रा सेतियावान और मोहम्मद अहसान ने मलेशिया के ओंग यू सिन और टीओ ई यी को 21-15, 21-18 से हराकर फाइनल में प्रवेश किया।
महिला युगल वर्ग में भारत की एकमात्र सेमीफाइनलिस्ट हरिता एमएच और आशना रॉय थाईलैंड की चौथी वरीयता प्राप्त बेन्यापा एम्सार्ड और नुंतकर्ण एम्सार्ड के खिलाफ 12-21, 9-21 से हार गईं।