नई दिल्ली, विश्वविद्यालयों में अगले सत्र से एडमिशन की प्रक्रिया को सिर्फ ऑनलाइन रखने की तैयारी शुरू हो गई है। इस संदर्भ में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने कार्य करना आरंभ कर दिया है। विश्वविद्यालयों को निर्देश जारी कर दिए गए हैं तथा अगले महीने यूजीसी इस मसले पर दिल्ली में विश्वविद्यालय कुलपतियों की बैठक बुलाने जा रहा है जिसमें इस मुद्दे पर अंतिम दिशा-निर्देश जारी किए जाएंगे। यूजीसी के अनुसार देश में 757 विश्वविद्यालय हैं लेकिन इनमें से मुश्किल से 15-16 फीसदी विश्वविद्यालयों में ही एडमिशन प्रक्रिया पूरी तरह से ऑनलाइन हो पाई है। जबकि करीब 30 फीसदी विश्वविद्यालयों में आंशिक रूप से ऑनलाइन प्रक्रिया शुरू हो पाई है। बाकी विवि में अभी भी फार्म भरकर एडमिशन हो रहे हैं।
यूजीसी के चेयरमैन डा. वेदप्रकाश ने विश्वविद्यालय कुलपतियों को लिखे पत्र में कहा कि जून-जुलाई में शुरू होने जा रहे नए सत्र से वे एडमिशन की प्रक्रिया को पूरी तरह से ऑनलाइन करें। इससे एडमिशन प्रक्रिया जहां पारदर्शी होगी, वहीं छात्र-छात्राओं एवं अभिभावकों को मनपसंद का कोर्स चुनने में भी मदद मिलेगी। उन्होंने विश्वविद्यालयों से कहा कि जो पहले से ऑनलाइन प्रक्रिया अपना रहे हैं, वे उसे जारी रखें। जहां आंशिक रूप से प्रक्रिया अपनाई गई है, उसे वे पूर्णत ऑनलाइन करें। उन्होंने ऑनलाइन सिस्टम में आ चुके विवि से इसके लिए इस्तेमाल किए जा रहे साफ्टवेयर का ब्यौरा भी मांगा है ताकि उसे उन विवि को उपलब्ध कराया जा सके जो अभी तक ऑफलाइन व्यवस्था के तहत कार्य कर रहे हैं।