शिक्षा मित्रों का कई जिलों मे आंदोलन जारी, शिक्षामित्र हरेश यादव की जहर खाने से मौत
July 28, 2017
लखनऊ, यूपी में नाराज शिक्षा मित्रों का विरोध जारी है। हजारों शिक्षामित्र स्कूल से निकलकर सड़क पर उतर पड़े। समायोजन रद्द होने के बाद शिक्षामित्रों ने आंदोलन का बिगुल फूंका । प्रदेश के कई जिलों में शिक्षामित्रों ने सरकारी संपत्ति को तोड़ फोड़ की है।
सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद से, समायोजन रद होने के फैसले से आहत शिक्षामित्र ने बदायूं में जहर खा लिया। जिससे बरेली के एक अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई। फैसले के बाद से आहत उसावां क्षेत्र के रतिनगला के प्राथमिक विद्यालय में तैनात शिक्षामित्र हरेश यादव ने विषाक्त पदार्थ खा लिया। उसे बरेली के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां उसकी उपचार के दौरान मौत हो गई।
सालों की उम्मीद कोर्ट के एक फैसले पर झटके से टूट जाने पर शिक्षामित्रों का धैर्य जवाब दे गया है।प्रदेश के कई जिलों में शिक्षामित्रों ने सरकारी संपत्ति को तोड़ फोड़ की है। हर जिले में शिक्षा मित्र सड़कों पर उतरे, स्कूलों में ताला लगा दिया। विरोध के दौरान कई शिक्षा मित्र सड़क पर गिरकर बेहोश हो गए। सरकार और कोर्ट से न्याय की गुहार के लिए जमकर नारेबाजी हुई। कलेक्ट्रेट में सीएम के नाम एसीएम तृतीय को ज्ञापन दिया।
मथुरा में शिक्षामित्र दूसरे दिन भी सड़क पर उतरे और ऊर्जा मंत्री की आवासीय कालोनी राधा वैली व सांसद के कार्यालय के बाहर धरना दिया। इस दौरान एक महिला शिक्षामित्र बेहोश हो गई। जिलाध्यक्ष खेम सिंह चौधरी के नेतृत्व में उप्र प्राथमिक शिक्षामित्र संघ के बैनर तले शिक्षामित्रों का बड़ा समूह ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा के राधा वैली स्थित आवास पहुंच गया। शिक्षामित्र नारेबाजी करते हुए आवास के बाहर ही धरने पर बैठ गए।
सुप्रीम कोर्ट द्वारा समायोजन रद्द किए जाने के गोरखपुर और बस्ती मण्डल के शिक्षा मित्रों का कक्षा बहिष्कार एवं प्रदर्शन दूसरे दिन भी जारी है। आंदोलित शिक्षा मित्र पंत पार्क से बैरिकेडिंग तोड़ते हुए गोरखनाथ मंदिर की ओर बढ़ चले हैं। इन्हें रोकने के लिए पुलिस के साथ तीखी झड़प भी हुई है। पंतपार्क में देवरिया, कुशीनगर से आए शिक्षा मित्रों ने दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के निकट पंत पार्क में डेरा डाला हुआ था। गोरखनाथ मंदिर के प्रवेश द्वार पर जुटे शिक्षा मित्रों ने मंदिर के अंदर जाने के लिए दबाव बनाना शुरू किया।
डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या के गोरखपुर में कार्यक्रम की सूचना पर इकट्ठा हुए मंडल के 10 हजार से अधिक निराश शिक्षामित्रों ने गुरुवार को उपवास रखकर प्रदर्शन किया। डिप्टी सीएम का कार्यक्रम रद्द होने की सूचना के बाद गोरखनाथ मंदिर के लिए कूच किए शिक्षामित्रों और पुलिस के बीच धर्मशाला बाजार से गोलघर काली मंदिर के बीच 3 घंटे तक संघर्ष हुआ।
शिक्षामित्रों पर पुलिस पानी के बौछार कराए तो वे तोड़फोड़ करने लगे। रोडवेज और भाजपा का झंड़ा लगी गाड़ियों को उन्होंने निशाना बनाया। पुलिस ने उन्हें दौड़ा-दौड़ाकर पीटा और 16 महिलाओं को हिरासत में ले लिया। इस दौरान दो दर्जन से अधिक शिक्षामित्र घायल हो गए। गंभीर रूप से घायल चार शिक्षामित्रों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
प्रदर्शनकारी महिलाएं और पुरुष वापस गोलघर कालीमंदिर के पास तकरीबन हजार की संख्या में बैठे हैं। इस कारण सड़क पर आवागमन बाधित है। प्रदर्शन में शामिल कई महिलाओं ने पुरुष पुलिस कर्मियों पर दुर्व्यवहार करने का भी आरोप लगाया। उनका कहना था कि महिला पुलिस के बजाए पुरुष पुलिसकर्मी उन्हें जबरन हाथ लगा रहे थे।
गोरखपुर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एवं उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या के आने कार्यक्रम निरस्त हो चुका है लेकिन दोनों मण्डल के सभी जिलों से हजारों की संख्या में शिक्षा मित्र रानी लक्ष्मी बाई पार्क नगर निगम परिसर में उपवास पर बैठे हैं। उधर शिक्षा मित्रों के नगर निगम परिसर स्थित रानी लक्ष्मी बाई पार्क पहुंचने का सिलसिला जारी है। बस्ती और संतकबीर नगर से आ रहे शिक्षा मित्र जिला शिक्षा एवं शिक्षक प्रशिक्षण संस्थान डायट में एकत्र हो रहे हैं। आंदोलित शिक्षा मित्र उपवास के साथ सरकार के खिलाफ बुद्धिशुद्धि यज्ञ भी करेंगे।