कोच्चि, वरिष्ठ कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ पार्टी उपाध्यक्ष राहुल का भ्रष्टाचार का आरोप बस यूं ही दिया गया बयान नहीं है।हकीकत यह है कि संसद मे राहुल के सवाल पर प्रधानमंत्री जवाबदेही से भाग नहीं सकते थे। उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, निश्चित तौर पर मुद्दे तो हैं। यह कोई यूं ही नहीं दिया गया बयान है। इतना मैं कह सकता हूं।
उनसे पूछा गया था कि कौन सी बात राहुल गांधी को मोदी के निजी भ्रष्टाचार पर विस्तृत विवरण का खुलासा करने से रोक रही है। जब शर्मा से फिर पूछा गया कि क्या लोगों को मोदी के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों को जानने के लिए संसद के अगले सत्र तक इंतजार करना होगा, तो उन्होंने कहा कि संसद मे राहुल के सवाल पर प्रधानमंत्री जवाबदेही से भाग नहीं सकते थे। नियम के तहत कुछ बातें संसद के पटल पर ही रखी जानी चाहिए। यह असलियत है। बाहर इस पर बहस हो सकती है, विवाद खड़ा किया जा सकता है एवं उसमें शिथिलता लायी जा सकती है। लेकिन जब वह संसद के अंदर रख दिया जाएगा तो प्रधानमंत्री या मंत्री जवाबदेही से भाग नहीं सकते। यही फर्क है। राज्यसभा में विपक्ष के नेता ने कहा कि प्रधानमंत्री को देश को यह बताना होगा कि उन्होंने मंत्रियों को दोनों सदनों को बाधित करने और राहुल गांधी एवं विपक्षी नेताओं को नहीं बोलने देने का निर्देश क्यों दिया। शर्मा ने सवाल किया, यदि प्रधानमंत्री के लिए चिंता की कोई बात नहीं थी तो उन्हें (राहुल गांधी) क्यों नहीं बोलने दिया गया। राहुल गांधी ने 14 दिसंबर को कहा था कि यदि वह बोलेंगे तो भूकंप आ जाएगा क्योंकि उनके पास प्रधानमंत्री के निजी भ्रष्टाचार की सूचना है जिसे वह लोकसभा में पेश करना चाहते हैं।