सीमा पर जंग लड़ने वाला जवान तेजबहादुर यादव, आखिर क्यों लड़ रहा अब मोदी सरकार से..?
February 1, 2018
चंडीगढ़, अपने देश की सीमा की रक्षा के लिये दुश्मनों से लड़ने वाला पूर्व जवान तेज बहादुर यादव अब अपने देश की केंद्र सरकार से क्यों लड़ रहा है? यह हर भारतीय के लिये एक बड़ा सवाल है।
हकीकत यह है कि सीमा सुरक्षा बल में जवानों के खाने की गुणवत्ता को लेकर सोशल मीडिया पर वीडियो पाेस्ट कर गत जनवरी 2017 में चर्चा में आये पूर्व जवान तेज बहादुर यादव अब मोदी सरकार द्वारा छीनी गयी अपनी नौकरी को वापस पाने के लिये अपनी ही सरकार से जूझ रहा है। सारी कोशिशें करने के बाद अब तेजबहादुर यादव ने नौकरी वापस पाने के लिये अब उच्च न्यायालय की शरण ली है।
तेज बहादुर को उसका यह वीडियो वायरल होने के बाद नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया था। नौकरी में वापसी के लिये न्यायालय में दायर की गई याचिका में पूर्व जवान ने कहा है कि उसने तो अपने साथियों के लिये अच्छा और पर्याप्त खाना मांगा था लेकिन उसकी रोजी रोटी ही छीन ली गई।
पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय के न्यायाधीश पीण्बी0 बजंथरी ने तेज बहादुर की याचिका पर गत मंगलवार को केंद्र सरकार, बीएसएफ और सम्बंधित पक्षों को नोटिस जारी कर उनसे जबाव मांगा है। याचिका में उसने यह भी दलील दी है कि उसने खाने की गुणवत्ता के बारे में अधिकारियों को अवगत कराने के लिये वीडियो बनाई थी लेकिन उसे नहीं मालूम कि उसके साथियों ने कैसे इसे फेसबुक पर डाल दिया।
तेज बहादुर ने याचिका में कहा है कि नौकरी से बर्खास्तगी से पूर्व उसे अपना पक्ष रखने का मौका तक नहीं दिया गया। अपनी बर्खास्तगी को चुनौती देते हुये उन्हाेंने बीएसएफ के महानिदेशक के समक्ष अपील भी दायर की थी लेकिन इसे खारिज कर दिया गया। उच्च न्यायालय ने अब तेज बहादुर की याचिका पर केंद्र सरकार, बीएसएफ और सम्बंधित पक्षों को नोटिस जारी कर उनसे जबाव मांगा है।