इटावा, उत्तर प्रदेश में इटावा जिले की सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी के कार्डियोलॉजी विभाग में तैनात डॉ.समीर सर्राफ को पेस मेकर घोटाले में गहन जांच के बाद मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया गया।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजय कुमार ने बताया कि पेस मेकर घोटाले में गिरफ्तार डॉक्टर को भ्रष्टाचार निरोधक अदालत में पेश करने के लिए सैफई के पुलिस उपाधीक्षक नागेंद्र चौबे लखनऊ ले गए हैं। आरोप है कि सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी के हृदय रोगी मरीजों को सस्ती दर के पेसमेकर लगा करके अधिक रकम की वसूली की है जिसकी जांच शासन स्तर पर शुरू की गई थी। इसके बाद में सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी के तत्कालीन मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर आदेश कुमार ने सैफई थाने में मुकदमा दर्ज कराया ।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि डॉ सर्राफ ने करीब 300 के आसपास मरीजों को फर्जी पेसमेकर लगाकर के तीन करोड रुपए के आसपास वसूली की है। आज समीर सर्राफ को गिरफ्तार करके लखनऊ की भ्रष्टाचार निरोधक अदालत में पेश करने के लिए सैफई के सीओ नागेंद्र चौबे कड़ी सुरक्षा में लेकर के गए हैं।
आठ फरवरी 2022 को तत्कालीन चिकित्सा अधीक्षक प्रोफेसर डॉक्टर आदेश कुमार ने सैफई थाने में विश्वविद्यालय के कार्डियोलॉजी विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ समीर सरार्फ व अन्य पर वित्तीय अनियमितता, पीड़ित मरीजों को वित्तीय हानि पहुंचाने और मरीजों की जान खतरे में डालने के आरोप में मामला दर्ज कराया था। जिसकी जांच क्षेत्राधिकार नागेंद्र चौबे कर रहे थे।
इससे पूर्व विश्वविद्यालय के तत्कालीन कुलपति प्रोफेसर डॉ राजकुमार ने 20 मार्च 2021 को विश्वविद्यालय में कार्यरत कार्डियोलॉजी डिपार्टमेंट में कार्यरत सहायक प्रोफेसर डॉक्टर समीर सरार्फ को वित्तीय अनियमितता तथा सत्यनिष्ठा से कर्तव्यों का पालन न करने व नियमों का उल्लंघन करने का दोषी पाये जाने पर उन्हें तत्काल प्रभाव से निलम्बित कर दिया था। इसके अलावा उच्च स्तरीय वाह्य सदस्यों की जाॅच कमिटी गठित कर व्यापक जाॅच करने के निर्देश दिए थे।