मौर्य ने बसपा अध्यक्ष मायावती पर कांशीराम के मिशन को खत्म करने का आरोप लगाते हुए कहा कि वह बसपा का मजबूत विकल्प बनाकर इसका खात्मा करेंगे। इस बारे में पूछे गये सवालों के जवाब में उन्होंने कहा कि पहले सिर्फ बाहरी लोगों से टिकट के लिए धन लिया जाता था। उस समय उन्होंने इसलिए विरोध नहीं किया क्योंकि बाहर से आने वालों ने चंदा नहीं दिया होता था लेकिन अब तो पार्टी की स्थापना से जुड़े लोगों से भी टिकट के लिए भारी धन की मांग हो रही है। इसी से आहत होकर ही उन्होंने बसपा छोड़ी।
मौर्य ने 31 जुलाई से अपने यूपी भर में भ्रमण का शेड्यूल जारी किया। मौर्य ने कहा कि वह 31 जुलाई से पूर्वी उत्तर प्रदेश के दौरे पर जायेंगे। इसकी शुरुआत वह देवीपाटन मण्डल के श्रावस्ती जिले से करेंगे। पहले-दूसरे चरण में वह 31 जुलाई को देवीपाटन, 1 अगस्त को बस्ती, 2 अगस्त को गोरखपुर, 3 अगस्त को फैजाबाद, 5 अगस्त को इलाहाबाद, 9 अगस्त को मिर्जापुर,10 अगस्त को वाराणसी और 11 अगस्त को आजमगढ़ जायेंगे। उन्होंने बताया कि 24 जुलाई को वह पश्चिम व बुन्देलखण्ड के मण्डलों बरेली, मुरादाबाद, आगरा, मेरठ, सहारनपुर, कानपुर, झांसी और चित्रकूट मण्डल की बैठक करेंगे। लखनऊ मण्डल के सभी जिलों का वह खुद दौरा करेंगे।