चंडीगढ़, पंजाब और हरियाणा में हुई पर्याप्त बारिश के कारण गेहूं की फसल को फायदा होगा और इससे पैदावार बढ़ाने में मदद मिलेगी। कृषि विभाग के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। कृषि विभाग के निदेशक जसबीर सिंह बैंस ने कहा कि बारिश से फफूंद जनित रोग पीला रतुआ को भी नियंत्रित करने में मदद मिलेगी।
उन्होंने कहा, “बारिश सही समय पर हुई है। इस समय, गेहूं की फसल के लिए बारिश बहुत फायदेमंद है। वर्षा से प्रकाश संश्लेषण गतिविधि में वृद्धि होगी और यह फसल के उत्पादन को बढ़ाने में मदद करेगा।” गेहूं पंजाब में मुख्य रबी फसल है जो राज्य में 35 लाख से अधिक हेक्टेयर क्षेत्र में उगाया जाता है। पंजाब को देश का ‘खाद्यान्न का कटोरा’ भी कहा जाता है। बैंस ने कहा, ‘‘मौसम पीला रतुआ के प्रकोप वाला था। लेकिन अब बारिश के बाद यह काफी हद तक नियंत्रित होगा।’’
उन्होंने कहा कि आनंदपुर साहिब के एक गांव में गेहूं की फसल पर पहले से ही पीला रतुआ के हमले का संकेत दिखा है।’’ पीला रतुआ एक कवक रोग है जो फसल की पत्तियों को पीला कर देता है और प्रकाश संश्लेषण क्रिया को रोक देता है। बैंस ने हालांकि गेहूं उत्पादकों को सलाह दी कि वे बारिश के पानी को खेत में ठहरने न दें क्योंकि यह फसल के लिए हानिकारक हो सकता है। पंजाब और हरियाणा में सोमवार को भारी बारिश हुई, जिसमें पठानकोट में सबसे अधिक 94 मिमी बारिश हुई।