लखनऊ , समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि पार्टी लोकतांत्रिक व्यवस्था में अपनी जिम्मेदारी से मुंह नहीं मोड़ सकती है।
उन्होने योगी सरकार द्वारा न्यूज वेबसाईट के सम्पादक के खिलाफ एफ.आई.आर. दरज किये जाने पर सरकार को घेरा।
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार का पत्रकारिता के प्रति अपना रवैया पक्षपातपूर्ण नहीं रखना चाहिए।
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मुख्यमंत्री से सम्बन्धित एक सच्ची खब़र छापने पर एक न्यूज वेबसाईट के सम्पादक के खिलाफ एफ.आई.आर. किया जाना मीडिया की
आजादी का हनन और सत्ता का स्पष्ट दुरूपयोग है। यह लोकतंत्र के विरूद्ध गहरी साजिश है।
दरअसल, यूपी की योगी सरकार ने न्यूज वेबसाईट ‘द वायर’ के संस्थापक-संपादक सिद्धार्थ वरदराजन के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए
एफआईआर दर्ज करवाई है।
वरदराजन पर आरोप है कि उन्होंने तब्लीगी जमात की हरकतों के बचाव में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ का गलत उद्धरण दिया था।
एक अप्रैल को ‘द वायर’ के संपादक ने सीएम योगी पर टिप्पणी करते हुए कहा था, ‘जिस दिन तब्लीगी जमात का आयोजन हुआ था, उस दिन
योगी आदित्यनाथ ने जोर देकर कहा था कि 25 मार्च से 2 अप्रैल तक रामनवमी के अवसर पर अयोध्या में आयोजित होने वाला एक बड़ा मेला
हमेशा की तरह आयोजित होगा।’
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इस पर, वरदराजन के खिलाफ दो अलग-अलग जगहों पर मामला दर्ज किया गया है।
पहला मामला फैजाबाद में भारतीय दंड संहिता की धारा 188 और 505 (2) के तहत दर्ज किया गया है,
वहीं दूसरा मामला अयोध्या में धारा 188 और 505 (2) व आईटी एक्ट के 66D के तहत मामला दर्ज किया गया है।
समाजवादी पार्टी अध्यक्ष ने कहा कि सपा संकट के इन हालात को समझते हुए भी लोकतांत्रिक व्यवस्था में अपनी जिम्मेदारी से मुंह नहीं मोड़
सकती है। जनता को कहाँ किन स्थितियों से गुजरना पड़ रहा है।
इन हालातों से गुजर रहे लोगों के लिए बोलना क्या गुनाह है।