2019 के चुनाव को मद्देनजर सपा की भूमिका पर बोलते हुए अखिलेश यादव ने एक न्यूज चैनल के इंटरव्यू में कहा कि दिल्ली की सत्ता का रास्ता यूपी से होकर गुजरता है. लिहाजा जिसको भी प्रधानमंत्री बनना होगा, उसको यूपी में आना ही होगा. जब उनसे पूछा गया कि आप भी विपक्ष की तरफ से प्रधानमंत्री की रेस में हैं तो उन्होंने कहा कि मैं पीएम की रेस में नहीं हूं लेकिन उस प्रदेश से हूं जहां ये सूची बनेगी.
उन्होनें कहा कि 2017 के चुनाव में उनसे चूक यह हुई कि दरअसल वह सोचते थे कि सड़क, मेट्रो के नाम यानी काम के आधार पर वोट मिले लेकिन बीजेपी ने जाति, धर्म, संप्रदाय के नाम पर वोट मांगे. उसका फॉर्मूला सफल हुआ. जब उनसे पूछा कि सियासत को यदि शेयर बाजार के हिसाब से देखा जाए तो आजकल विपक्षी महागठबंधन की धुरी के रूप में आप ही दिख रहे हैं. इसका जवाब देते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि यह भी बीजेपी से ही सीखा है कि जो दिखता है, वही बिकता है.