बाबा साहेब का नाम बदलने से विपक्ष के साथ-साथ, बीजेपी के दलित सांसद भी नाराज
March 29, 2018
लखनऊ,उत्तर प्रदेश में अब संविधान निर्माता बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर का नाम बदला जाएगा. लेकिन बीजेपी सरकार के इस फैसले से विपक्ष के साथ-साथ उनकी ही पार्टी के वरिष्ठ सांसद को भी एतराज है।
भीमराव अंबेडकर के नाम के साथ अब उनके पिता ‘रामजी मालोजी सकपाल’ का नाम भी जोड़ा जाएगा. राज्यपाल राम नाइक की सलाह के बाद योगी सरकार ने ये फैसला लिया है. अब उनका नाम ‘डॉ. भीमराव रामजी अंबेडकर’ होगा. इस मामले में अब उत्तर प्रदेश सरकार ने आदेश दे दिए हैं, जिसके बाद आधिकारिक रूप से नाम बदलकर डॉ. भीमराव रामजी अंबेडकर हो जाएगा.
योगी सरकार के इस फैसले पर बीजेपी सांसद उदित राज ने आपत्ति दर्ज की है. उन्होंने कहा कि डॉ. भीमराव अंबेडकर के नाम के मध्य में रामजी लिखे जाने से अनावश्यक विवाद खड़ा किया गया है. इससे दलित भी नाराज हैं. उदित राज का कहना है कि इसका प्रतिकूल असर पड़ता दिख रहा है और सुबह से ही कई जगहों से खबर आई हैं,सोशल मीडिया पर भी लगातार चल रहा है कि नाम क्यों बदला गया है.
राज्यपाल रामनाइक ने इसको लेकर 2017 में एक कैंपेन चलाया था. इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी खत लिखा था. महाराष्ट्र में नाम के साथ पिता का नाम जोड़ा जाता है. उन्होंने नाम में बदलाव के लिए उस दस्तावेज का भी हवाला दिया था, जिसमें भीमराव अंबेडकर के हस्ताक्षरों में ‘रामजी’ नाम शामिल था. उदित राज दलितों के हित में कार्य करने वाले नेता हैं.