Breaking News

बांग्लादेश ने अपने संस्थापक की जन्म शताब्दी पर आयोजित संसद सत्र को टाला

ढाका,  कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे के मद्देनजर बांग्लादेश ने शनिवार को अपने संस्थापक शेख मुजीब-उर- रहमान की जन्म शताब्दी के अवसर पर 22 और 23 मार्च को होने वाले विशेष संसद सत्र को टाल दिया। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने देश में इसके प्रसार को रोकने के लिए आंशिक बंद की तैयारी करने को कहा। कोरोनावायरस से देश में दो मौतें हो चुकी हैं।

हास्टल मे रूके छात्रों के लिये, मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने दिये खास निर्देश

बांग्लादेश ने भारत के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और नेपाल की राष्ट्रपति बिंध्या देवी भंडारी को सत्र को संबोधित करने के लिए आमंत्रित किया था। बंगभवन राष्ट्रपति भवन के प्रवक्ता ने पीटीआई-भाषा को बताया, ‘‘विशेष सत्र (22 और 23 मार्च के लिए प्रस्तावित) को टाल दिया गया है।’’
राष्ट्रपति के प्रेस सचिव जॉयनल आबेदिन ने कहा कि विशेष सत्र को उचित समय पर आयोजित किया जा सकता है। रहमान बांग्लादेश के पहले राष्ट्रपति थे और बाद में वह 17 अप्रैल 1971 को बांग्लादेश के प्रधानमंत्री पद पर आसीन हुए। 15 अगस्त 1975 को जब उनकी हत्या की गयी तो वह देश के प्रधानमंत्री पद पर थे।

दुनियाभर में कोरोना वायरस से मचा कोहराम, ये संकट झेल रहे लोग

रहमान को बांग्लादेश की स्वतंत्रता के पीछे की प्रेरणा शक्ति माना जाता है और उन्हें ‘बंगबंधु’ (बंगाल का मित्र) की उपाधि दी गई है। उनकी बेटी शेख हसीना बांग्लादेश की वर्तमान प्रधानमंत्री हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने बांग्लादेश को कोविड-19 के प्रसार को रोकने के लिए आंशिक और अंततः पूर्ण बंद की तैयारी करने का सुझाव दिया जिसके बाद सत्र टालने का निर्णय लिया गया।देश के स्वास्थ्य अधिकारियों ने शनिवार को कोरोनावायरस के कारण दूसरी मौत की पुष्टि की।

दवाओं और चिकित्सा उपकरणों के उत्पादन के लिये, सरकार ने की बड़ी घोषणा