कुछ देर बाद 75.81 रुपये प्रति डॉलर तक पहुँचने के बाद इस पर लगातार दबाव रहा।
दुनिया की अन्य प्रमुख मुद्राओं के बास्केट में डॉलर के सूचकांक में 0.4 प्रतिशत की तेजी और अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत बढ़ने से भी भारतीय मुद्रा कमजोर हुई।
कारोबार की समाप्ति तक रुपया 70 पैसे टूटकर 76.34 रुपये प्रति डॉलर तक फिसलता हुआ इसी स्तर पर बंद हुआ।
इसका पिछला रिकॉर्ड न्यूनतम बंद भाव 76.20 रुपये प्रति डॉलर था जो इस साल 23 मार्च को रहा था।
हालाँकि बीच कारोबार में 24 मार्च को यह 76.40 रुपये प्रति डॉलर तक उतर चुका है।