मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष और सांसद कमलनाथ ने दावा किया है कि बहुजन समाज पार्टी और समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन के लिए उनकी बातचीत अभी भी जारी है. कमलनाथ ने एक न्यूज चैनल में कहा कि भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ पड़ने वाला वोट न बंटे, इसके लिए बहुजन समाज पार्टी और समाजवादी पार्टी दोनों से कांग्रेस की बातचीत चल रही है.
हाल ही में बसपा की तरफ से ये कहा गया था कि वो मध्यप्रदेश में किसी से भी गठबंधन नहीं करेगी. सभी 230 विधानसभा सीटों पर अपने दम पर चुनाव लड़ेगी. जबकि उससे पहले कमलनाथ ने खुलासा किया था कि बीएसपी के साथ गठबंधन के लिए बातचीत जारी है. उन्होंने कहा उनकी पार्टी बीजेपी से मुकाबले के लिए तैयार है. हमारा मुकाबला शिवराज सिंह की छवि और बीजेपी कैंडिडेट से नहीं है, बल्कि उनके संगठन से है.
उन्होनें कहा कि हमारे पास हताश किसान का चेहरा है, निराश बेरोजगार नौजवान का चेहरा है, डरी सहमी और असुरक्षित महिला का चेहरा है. कमलनाथ का दावा है इस बार मध्यप्रदेश में बदलाव होगा. पीएम नरेंद्र मोदी और शिवराज सिंह की पूरी पोल खुल गई है. अभी राजस्थान में मोदीजी को काले झंडे दिखाए गए. मैंने वाट्सऐप पर वो तस्वीरें देखीं. 2 साल पहले तो इस बारे में कोई सोच भी नहीं सकता था. ये बातें अब धीरे-धीरे सामने आने लगीं है. ये जनता की आवाज है.
कमलनाथ का कहा वो मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार अभियान की रणनीति तैयार कर रहे हैं. हम कुछ दिनों में इस पर काम शुरू कर देंगे. उन्होनें कहा कि हम मैदान में चले जाएं और पीछे कोई संगठन ना हो, कोई सिस्टमैटिक अप्रोच ना हो, तो ठीक नहीं. कमलनाथ ने कहा कि किसी की छवि सुधारना हमारी जिम्मेदारी नहीं है, ’हमें किसी की छवि नहीं सुधारनी. अगर वो इतिहास की बात करते हैं, तो हम भी इतिहास की बात कर सकते हैं. इनका इतिहास क्या है ? एक भी व्यक्ति स्वतंत्रता सेनानी है.? बीजेपी पूरी तरह से कलाकारी और ध्यान मोड़ने की राजनीति पर निर्भर है तो इसका हम डटकर मुकाबला करेंगे.
कमलनाथ ने यह भी साफ किया कि मध्यप्रदेश में दलित उपमुख्यमंत्री की अफवाह में कोई दम नहीं है. पार्टी ऐसा कोई भी फैसला नहीं करने वाली है. प्रदेश प्रभारी दीपक बावरिया के उप-मुख्यमंत्री वाले बयान को कमलनाथ ने मिसकोट बताया. उन्होंने कहा सवाल कुछ और था और जवाब कुछ और फिर भी मीडिया ने उसे बढ़ा-चढ़ा कर पेश किया.