अखिलेश यादव ने बीजेपी सरकार पर जमकर हमला बोला. उन्होनें कहा कि प्रदेश में शारदा, घाघरा, सरयू व राप्ती नदियों का उफान अभी थमा नहीं है। सैकड़ों गांव जलमग्न है. बड़ी संख्या में लोग लोग खुली छत के नीचे भगवान भरोसे जिंदगी के कठिन दिन काटने को मजबूर हैं. पशुओं के लिए चारे का संकट है, बच्चों के लिए दूध की किल्लत है. राहत सामग्री पहुंचाने की व्यवस्था लचर है.
उन्होने कहा ऐसा लगता है कि भाजपा सरकार बस अपने दिन काट रही है. चूंकि उसका प्रदेश के विकास का कोई विजन नहीं है इसलिए वह शिलान्यास का शिलान्यास और उद्घाटन का उद्घाटन करने में ही पूरी ताकत से लगी हुई है. जनता तकलीफ में है, भाजपा को उसकी कोई फिक्र नही. जनता भी सन 2019 में भाजपा का हिसाब-किताब करने का इंतजार कर रही है.
अखिलेश यादव ने कहा कि बाढ़ संकट से निबटने के लिए समाजवादी सरकार ने जो तैयारियां की थी, भाजपा सरकार ने उधर ध्यान ही नहीं दिया. बाढ़ से बचाव में लापरवाही बरतने का ही नतीजा है कि प्रदेशवासी ये बुरा समय देख रहे हैं.अगर शासन-प्रशासन सतर्क होता तो बाढ़ से इतनी क्षति नहीं होती.
सपा अध्यक्ष ने कहा, समाजवादी कार्यकर्ताओं से पहले ही कहा गया है कि वे बाढ़ पीड़ितों की मदद में जुट जाएं. बाढ़ग्रस्त इलाकों में फंसे लोगों तक खाद्य सामाग्री, वस्त्र, टार्च, पशुओं के लिए चारा, और बाढ़ पीड़ितों के आश्रय स्थलों पर तिरपाल की व्यवस्था करें. बाढ़ पीड़ितों के बच्चों के लिए दूध की व्यवस्था की जाए. बाढ़ के दिनों में बीमारियां भी खूब फैलती हैं इसलिए दवाइयों और चिकित्सा का भी इंतजाम होना चाहिए.