बीजेपी पर भारी पड़ी उसी की चाल, बिहार में तेजस्वी यादव ने खेला कर्नाटक कार्ड
May 18, 2018
नई दिल्ली, कर्नाटक चुनाव के आग की तपिश अब देश के अन्य राज्यों में भी फैलने लगी है. बता दें कि कर्नाटक में राज्यपाल ने भाजपा को सबसे बड़ी पार्टी होने के नाते पहले सरकार बनाने का न्यौता दिया, जिसके बाद से राजनीतिक गलियारों का पारा गर्माया हुआ है. यहां तक कि ये गर्माहट बिहार, मणिपुर, मेघालय और गोवा तक पहुंच गई है.
कर्नाटक में राज्यपाल की ओर से सबसे बड़ी पार्टी को सरकार बनाने का मौका दिए जाने के बाद बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने राज्यपाल सत्यपाल मलिक से मिलकर सरकार बनाने का दावा किया है. इससे पहले आरजेडी ने पटना में राजभवन तक मार्च किया.
कांग्रेस ने गोवा में सरकार बनाने का दावा पेश किया और राज्यपाल मृदुला सिन्हा को पत्र सौंपकर सदन में बहुमत साबित करने के लिए न्योता देने की मांग की. यही नहीं मणिपुर विधानसभा में विपक्ष के नेता ओ इबोबी सिंह ने भी राज्यपाल से मुलाकात कर सबसे बड़ी पार्टी कांग्रेस को सरकार बनाने के लिए न्यौता देने की मांग की है.
मणिपुर में 2017 में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान 60 सीटों में उनकी पार्टी ने 28 पर जीत दर्ज की थी और वह सबसे बड़ी पार्टी है और ऐसे में वह राज्य में सरकार बनाने का दावा पेश कर रहे हैं .उन्होंने कहा कि राज्यपाल ने मणिपुर विधानसभा की 60 में से 21 सीट जीतने वाली भाजपा को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया था.इस बीच कांग्रेस ने राष्ट्रपति के समक्ष इस मामले को उठाने को फैसला किया है. राज्यसभा में पार्टी के नेता गुलाम नबी आजाद कर्नाटक विधायकों को लेकर राष्ट्रपति से कल मुलाकात करेंगे. आजाद आज शाम कर्नाटक से दिल्ली के लिए रवाना होंगे.