बढ़ा दिमागी बुखार का प्रकोप, गोरखपुर मेडिकल कालेज ने मरीजों की जानकारी देना किया बंद ?
July 15, 2018
लखनऊ, बरसात शुरू होते ही गोरखपुर समेत समूचे उत्तर प्रदेश में जानलेवा बीमारी दिमागी बुखार का प्रकोप बढने लगा है वहीं पूर्वांचल के नामीगिरामी अस्पतालों में शुमार बाबा राघवदास मेडिकल कालेज प्रशासन ने दिमागी बुखार के मरीजों की तादाद सार्वजनिक करने से साफ इंकार कर दिया है।
इसके पहले बीआरडी प्रशासन नियमित तौर पर दिमागी बुखार से पीडित दाखिल होने वाले मरीजों, मृत्यु तथा अन्य स्थानों से आये मरीजों की संख्या का पूरा विवरण स्वास्थ्य विभाग एवं मीडिया को देता था लेकिन पिछले चार दिनों से सूचनाओं का आदान प्रदान बंद कर दिया है जिसके कारण सरकार को भी जानलेवा बीमारी से ग्रसित मरीजों की सही तादाद पता करने में मुश्किल आ रही है।
पूर्वी उत्तर प्रदेश तथा आस पास के जिलों, बिहार प्रान्त तथा पडोसी देश नेपाल से काफी संख्या में आने वाले मरीजों के लिए दिमागी बुखार से पीडित लोगों का इलाज गोरखपुर के बाबा राघवदास मेडिकल कालेज में होता है और यहीं से बनायें गये आंकडे का शासन दवा तथा इलाज के लिए बजट उपलब्ध कराता है।
दिमागी बुखार की सूचनाओं का प्रेषण न होने के कारण असमंजस जैसी स्थिति पैदा हो गयी है। इस सम्बंध में गोरखपुर में मुख्य चिकित्साधिकारी आर एन तिवारी ने बातचीत में बताया कि गोरखपुर जिले में पिछले एक जनवरी से 11 जुलाई तक 57 दिमागी बुखार के मरीज भर्ती हुए है और 17 की मृत्यु हुयी है। उन्होंने बताया कि पिछले चार दिनों से दिमागी बुखार के आंकडे उपलब्ध नहीं हो पा रहे हैं इसलिए अभी तक बता पाना सम्भव नहीं है लेकिन आने वाले समय में सूचना उपलब्ध होते ही बताया जायेगा।