सुप्रीम कोर्ट के दूसरे सबसे वरिष्ठ जज ने अपने विदाई समारोह का न्यौता ठुकराया
May 9, 2018
नई दिल्ली. सुप्रीम कोर्ट के दूसरे सबसे वरिष्ठ जज जस्टिस जे चेलमेश्वर अपने विदाई समारोह में नहीं जाएंगे। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन (एससीबीए) की ओर से मिले न्योता को ठुकरा दिया है।
एससीबीए की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि उसने जस्टिस चेलमेश्वर को उनके विदाई समारोह में आने न्योता दिया था, लेकिन उन्होंने निजी कारणों का हवाला देते हुए इसमें आने से इनकार कर दिया है। जस्टिस चेलमेश्वर 22 जून को रिटायर हो रहे हैं। एससीबीए के अध्यक्ष विकास सिंह के अनुसार, एससीबीए की कार्यकारी समिति के कुछ सदस्यों ने बुधवार को भी जस्टिस चेलमेश्वर को विदाई समारोह में आने के लिए आग्रह किया, लेकिन उन्होंने निजी कारणों का हवाला देते हुए इसमें आने से मना कर दिया।
इस साल 12 जनवरी को सुप्रीम कोर्ट के 4 जजों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। इसमें जस्टिस जे चेलमेश्वर के अलावा जस्टिस रंजन गोगोई, जस्टिस मदन बी लोकुर और जस्टिस कुरियन जोसेफ भी शामिल थे। प्रेस कॉन्फ्रेंस में जस्टिस चेलमेश्वर ने चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा के तौर-तरीकों पर सवाल उठाए थे। उन्होंने कहा था, “लोकतंत्र दांव पर है। ठीक नहीं किया तो सब खत्म हो जाएगा।”
उन्होंने मीडिया को चीफ जस्टिस को दो महीने पहले लिखा 7 पेज का पत्र भी जारी किया था। पत्र में आरोप लगाए गए थे कि चीफ जस्टिस अपनी पसंद की बेंचों में केस भेजते हैं। शीर्ष अदालत के इतिहास में यह पहला मौका था जब जजों ने मीडिया के सामने सुप्रीम कोर्ट के सिस्टम पर सवाल उठाए थे। दीपक मिश्रा के चीफ जस्टिस बनने के बाद से चेलमेश्वर ने कॉलेजियम का बहिष्कार शुरू कर दिया। मेडिकल घोटाला मामले में जस्टिस चेलमेश्वर ने सुनवाई की थी, जिसे चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा ने पलट दिया था।