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उत्तर प्रदेश में किसानों ने की आत्महत्या, फसल नष्ट होने तथा कर्ज के कारण दी जान

बांदा,  उत्तर प्रदेश के महोबा और हमीरपुर जिले में दो कर्जदार किसानों ने कथित रूप से आत्महत्या कर ली।

महोबा जिले की सदर तहसील क्षेत्र के उपजिलाधिकारी देवेन्द्र सिंह ने बताया कि कस्बा श्रीनगर में मुहल्ला भैरवगंज के रहने वाले किसान

शंकर कुशवाहा (44) ने महोबा-खजुराहो रेल लाइन में ट्रेन से कट कर आत्महत्या कर ली।

पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा है।

उन्होंने मृत किसान के भाई मनमोहन के हवाले से बताया ‘‘दस बीघे कृषि भूमि के किसान शंकर ने इस साल अपने खेतों में उर्द, मूंग और तिल

की फसल बोई थी, जो बाढ़ और अतिवृष्टि से नष्ट हो गयी।

उसने किसान क्रेडिट कार्ड के तहत इलाहाबाद बैंक से एक लाख तीस हजार रुपये का कर्ज भी लिया था, जिसे वह अदा नहीं कर पा रहा था।’’

सिंह ने बताया कि राजस्व और पुलिस विभाग मामले की जांच कर रहे हैं। किसान के आश्रितों को नियमानुसार सरकारी आर्थिक मदद दी

जाएगी।

सोमवार को हमीरपुर जिले के सौखर गांव में किसान राम खेलावन (65) ने खेत की मेड़ में लगे एक पेड़ से फंसी लगाकर आत्महत्या कर ली ।

सात बीघा कृषि भूमि के किसान राम खेलावन ने इस बार तिल की फसल बोई थी जो बाढ़ और अतिवृष्टि से नष्ट हो गयी है।

क्षेत्र के तहसीलदार राघवेन्द्र शर्मा ने मंगलवार को मृत किसान के बेटे दयाशंकर के हवाले से बताया ‘‘उसके ऊपर किसान क्रेडिट कार्ड से

लिया गया एक लाख रुपये और इतना ही गांव के साहूकारों तथा रिश्तेदारों का कर्ज है।’’

उन्होंने कहा कि किसान ने फसल नष्ट होने तथा कर्ज की वजह से फांसी लगाई या अन्य कोई और कारण था, इसकी जांच करवाई जा रही है।