मायावती-अखिलेश यादव की बैठक पर टिकी सबकी निगाहें, यह होंगे खास मुद्दे..
May 11, 2018
लखनऊ, बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती और सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के बीच शीघ्र ही बैठक होने जा रही है। यह बैठक इतनी अहम है कि राजनैतिक हलकों मे सबकी निगाहें इस बैठक पर हैं।
मायावती और अखिलेश यादव के बीच होने वाली बैठक न केवल दोनों पार्टियों का राजनैतिक भविष्य निर्धारित करेगा बल्कि देश की राजनीति को एक नई दिशा देगा। सपा और बसपा 2019 का लोकसभा चुनाव मिलकर लड़ेंगी। यह बात दोनों पार्टियां साफ कर चुकी हैं।कर्नाटक मे चुनाव प्रचार के दौरान मायावती ने कहा था कि सीटों के बंटवारे के बाद गठबंधन की घोषणा की जायेगी।
मुख्य रूप से बैठक मे दोनों नेता, कैराना-नूरपुर उपचुनाव और लोकसभा चुनाव 2019 की रणनीति और सीटों पर विचार करेंगे। इसके अलावा कांग्रेस, आरएलडी और अन्य दलों की सपा – बसपा गठबंधन में क्या भूमिका होगी इस पर भी इस बैठक में चर्चा होगी।
फूलपुर और गोरखपुर उपचुनाव के बाद मायावती ने यह कहा था कि अब पार्टी को लोकसभा चुनाव की तैयारी करनी है। ऐसे में उनके कार्यकर्ता किसी उपचुनाव में प्रचार नहीं करेंगे। आरएलडी विधायक ने उनके प्रत्याशी को राज्यसभा चुनाव में वोट नहीं दिया था। इससे मायावती नाराज थीं। इसके बाद आरएलडी ने तुरंत अपने विधायक को पार्टी से निकाल दिया था। अब आरएलडी ने अखिलेश यादव से मिलकर सपा नेता को अपना प्रत्याशी बना लिया है तो माना जा रहा है कि बदली हुई परिस्थितियों में मायावती साथ दे सकती हैं। वह अघोषित तौर पर ही कार्यकर्ताओं को सपा और आरएलडी का समर्थन करने का निर्देश दे सकती हैं।