रायपुर, जीहां, निशा जिंदल आखिर बेवफा निकली।
गिरफ्तारी के बाद जब इसकाअसली रूप सामने आया तो फेसबुक पर इसके
10 हजार से अधिक फालोअर्स को बड़ा झटका लगा।
फेसबुक पर निशा जिंदल नाम की प्रोफाइल के 10,590 फॉलोअर्स थे। इन्हें 17 अप्रैल की रात एक तगड़ा झटका लगा जब उन्हें निशा की प्रोफाइल पर किसी लड़की की बजाय पुलिस कस्टडी में एक लड़के की फोटो दिखी।
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उस फोटो के साथ लिखा था, “मैं पुलिस कस्टडी में हूं, मैं ही निशा जिंदल हूं।”
ये पढ़ते ही उन हजारों दिलों से जो अब तक लड़की समझकर इनको रिक्वेस्ट भेज रहे थे, एक ही बात निकली होगी कि निशा जिंदल बेवफा है।
निशा जिंदल वो फर्जी नाम है जिसके जरिए एक लड़के ने करीब 10 हजार से अधिक लोगों को लंबे समय तक बेवकूफ बनाया।
वह फेसबुक पर सांप्रदायिक उत्तेजना वाली पोस्टें शेयर करता था।
निशा जिंदल की प्रोफाइल पिक्चर में रवि ने एक लड़की की तस्वीर का इस्तेमाल किया था।
बायो में लिखा था, ‘मैं अपनी प्यारी राजकुमारी बेटी के बिना कुछ भी नहीं हूं.’
रवि को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस ने उसकी फर्जी आईडी पर उसकी तस्वीर शेयर करवाई और कैप्शन में लिखवाया, ‘मैं पुलिस कस्टडी
में हूं, मैं ही निशा जिंदल हूं.’
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आईएएस अफसर प्रियंका शुक्ला ने इस खबर को लेकर ट्वीट किया, ‘साम्प्रदायिक वैमनस्यता भड़काने के आरोप में जब रायपुर पुलिस
फेसबुक यूजर “निशा जिंदल” को गिरफ्तार करने पहुंची तो पता चला कि 11 साल से इंजीनियरिंग पास नहीं कर पा रहे “रवि” ही वास्तव में
“निशा”हैं! “निशा” के 10,000 फॉलोवर्स को सच बताने पुलिस ने रवि से ही उनकी सच्चाई पोस्ट कराई!’