अन्य पिछड़ा वर्ग को 28 साल बाद भी संवैधानिक दर्जा नहीं-रामदास अठावले
June 29, 2018
इलाहाबाद, आजादी के बाद, ओबीसी वर्ग से ज्यादा दुर्दशा किसी और की नही होगी। पूरे देश में ओबीसी की आबादी 52 फीसदी है, लेकिन 28 साल बाद भी ओबीसी कमीशन को अब तक संवैधनिक दर्जा नहीं मिल सका। यह बात केंद्रीय सामाजिक न्याय, आधिकारिता राज्य मंत्री और रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया के प्रमुख रामदास अठावले ने कही।
रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया के प्रमुख रामदास अठावले ने कहा कि पूरे देश में ओबीसी की आबादी 52 फीसदी है, जब बीपी सिंह प्रधानमंत्री हुए तो उन्होंने ओबीसी कमीशन की स्थापना की। लेकिन 28 साल बाद भी ओबीसी कमीशन को अब तक संवैधनिक दर्जा नहीं मिल सका।
रामदास अठावले ने कहा कि लेकिन हमारी सरकार ने ओबीसी कमीशन को संवैधनिक दर्जा देने के लिए लोक सभा में बिल पास कर दिया है और वह राज्यसभा में अटका है। उन्होेंने प्रमोशन में आरक्षण को ठीक बताया वहीं उच्चतम न्यायालय द्वारा आरक्षण पर दिए गए निर्णय को ठीक नहीं कहा। उन्होने कहा कि पांच साल का हम जल्द ही लेखा जोखा पेश करेंगे।
उन्होंने बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो को आडे हाथो लेते हुए कहा कि विपक्ष और मायावती केवल सरकार को बदनाम कर रहे है। सुश्री मायावती को सीख देते हुए केंद्रीय सामाजिक न्याय, आधिकारिता राज्य मंत्री अठावले ने कहा कि अच्छा होता वह समाजवादी पार्टी के बजाय भाजपा से गठबंधन कर लेती।