नई दिल्ली, 2021 में होने वाली अगली जनगणना का काम शुरू हो गया है। इस जनगणना की खास बात यह होगी कि पहली बार अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) की भी गिनती की जाएगी। गृहमंत्रालय ने यह जानकारी दी है।
पार्टी छोड़ इस वरिष्ठ नेता ने थामा शिवपाल यादव का दामन….
शिवपाल यादव ने चुनाव लड़ने का किया एेलान….
गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने अपने राज्य मंत्रियों और अधिकारियों के साथ 2021 के जनगणना की तैयारियों की समीक्षा की। मंत्रालय के मुताबिक इस बार जनगणना की प्रक्रिया पूरी होने के तीन साल के भीतर ही अंतिम रिपोर्ट तैयार कर ली जाएगी। अबतक इसमें सात से आठ साल का वक्त लग जाता था। यानी 2021 की जनगणना के पूरे आंकड़े 2024 में सामने आ जाएंगे। इसके लिए कई नई तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा। तीन साल की समय सीमा में यह काम पूरा करने के लिए 25 लाख लोगों को प्रशिक्षित किया जा रहा है।
शिवपाल सिंह यादव को मनाने में जुटी समाजवादी पार्टी की ये दिग्गज टीम…
सेक्युलर मोर्चा बनाते ही शिवपाल यादव सक्रिय, इस युवा नेता को मिली अहम जिम्मेदारी, हुयी पहली बैठक
ऐसा पहली बार होगा जब जनगणना में ओबीसी में आने वाले सभी जाति के आंकड़े अलग से जुटाए जाएंगे।2021 की जनगणना में घरों की जियो टैगिंग का भी प्रस्ताव है। गृह मंत्रालय ने बताया कि इस बार घरों, गांवों और आवासिय क्षेत्रों की गणना में उनके पहचान के लिए तकनीकी नक्शे और सेटेलाईट मैपिंग को भी शामिल किया जाएगा। गृहमंत्री ने समीक्षा के दौरान जनगणना के साथ ही सिविल पंजीकरण प्रणाली में विशेष रूप से दूरदराज के इलाकों में जन्म और मृत्यु के पंजीकरण, शिशु मृत्यु दर, मातृ मृत्यु दर और प्रजनन दर के आंकड़ों के अनुमान के लिए नमूना पंजीकरण प्रणाली को मजबूत करने पर सुधार की जरूरत पर भी जोर दिया।