राहुल गांधी के सवालों का जवाब छोड़ सब बोल गये पीएम मोदी,आखिर क्यों बच रहें हैं ?
May 2, 2018
नई दिल्ली, कर्नाटक में देश पीएम नरेंद्र मोदी से कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की उस चुनौती पर जवाब सुनना चाह रहा था , जिसमें उन्होंने कहा था कि संसद में अगर 15 मिनट बोलने दिया जाए तो पीएम मोदी ठहर नहीं पाएंगे. खास बात यह रही कि पीएम मोदी ने राहुल गांधी के सवालों का जवाब छोड़ और सब कुछ बोला.
मोदी ने कहा, ‘वो मुझे चुनौती देते हैं कि अगर वो 15 मिनट संसद में बोले, तो मैं उनके सामने टिक नहीं पाऊंगा। वो सही कहते हैं, वो ‘नामदार’ हैं और हम ‘कामदार’ हैं, हम उनके सामने कहां टिक पाएंगे। आज मैं उन्हें चुनौती देता हूं कि वो हाथ में बिना कोई पेपर लिए 15 मिनट तक कर्नाटक सरकार के कामों पर बोलकर दिखाएं। वो चाहे हिंदी में, चाहे अंग्रेजी में या अपनी माता जी की मातृभाषा में ही 15 मिनट कर्नाटक की वर्तमान सरकार पर बोलकर दिखाएं। ये तो छोड़िए, वो 15 मिनट में पांच बार विश्वेश्वरैया ही बोलकर दिखा दें।
जबकि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खुली चुनौती देते हुये कहा था , ‘प्रधानमंत्री संसद में खड़े होने से डरते हैं। हमें संसद भवन में 15 मिनट का भाषण देने के लिए मिल जाए तो पीएम मोदी खड़े नहीं हो पाएंगे। फिर चाहे वो राफेल का मामला हो या चाहे वो नीरव मोदी का मामला हो…पीएम खड़े नहीं हो पाएंगे।’ कांग्रेस प्रमुख ने कहा, ‘नीरव मोदी 30,000 करोड़ रुपये लेकर फरार हो गया, लेकिन प्रधानमंत्री ने इस पर एक शब्द भी नहीं कहा। हमारी जेबों से 500-1000 रुपये के नोट छीनकर हमलोगों को कतार में लगने के लिए मजबूर कर दिया गया। उन्होंने ये नोट हमारी जेब से निकालकर नीरव मोदी की जेब में डाल दिया।
कांग्रेस अध्यक्ष शुरुआत से ही राफेल लड़ाकू विमान खरीद के मोदी सरकार के फैसले पर वित्तीय अनियमितता का आरोप लगाते रहे हैं। आरोप है कि मोदी सरकार ने विमान को अत्यधिक कीमत में खरीदने का करार किया है। कांग्रेस ने पंजाब नेशनल बैंक घोटाले को लेकर भी मोदी सरकार को आड़े हाथ लिया है। राहुल गांधी कई मौकों पर नीरव मोदी और मेहुल चौकसी के विदेश भागने पर सवाल उठा चुके हैं।उन्होंने सरकार पर बैंकिंग प्रणाली को बर्बाद करने का भी आरोप लगाया है।
राहुल गांधी ने कई मौके पर कहा था कि अगर संसद में मुझे 15 मिनट बोलने का मौका दिया जाए तो मोदी जी उसका जवाब नहीं दे पाएंगे. मंगलवार को जनसभा में पीएम मोदी ने पहली बार इसका जवाब दिया. लेकिन पीएम मोदी का ये जवाब एेसा था कि उसमे राहुल गांधी के सवालों का जवाब छोड़कर सब कुछ था. इससे यह तो स्पष्ट है कि राहुल गांधी के सवालों मे बहुत कुछ एेसा है जिसकी पीएम मोदी भी नही करना चाहतें हैं.
रैली में राहुल गांधी पर हमला बोलते हुए पीएम मोदी ने एकबार फिर जनता को खास मुद्दों से भटकाकर सतही बातों मे उलझाया. जबकि राहुल गांधी के सवालों पर लोग पीएम मोदी से ठोस जवाब की अपेक्षा कर रहे थे. देश जानना चाहता है कि इतने गंभीर आरोपों पर देश के प्रधानमंत्री क्या कहतें हैं. सच तो यह है कि विरोधियों को अपनी बातों से पस्त कर देने में माहिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीकांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के सवालों का जवाब देने सेे बचते नजर आ रहे हैं.